गोवत्स द्वादशी meaning in Hindi
pronunciation: [ gaovets devaadeshi ]
Examples
- गोवत्स द्वादसी के व्रत से ही खुलेंगे आपकी तरक्की के रास्ते लक्ष्मी जी आप पर कितना मेहरबान होंगी कितने दिन आपके यहाँ निवास करेंगी ये सब इस बात पर निर्भर करेगा कि गोवत्स द्वादशी का आपका दिन कैसे बीतता है | आपको कितनी बार गाय माता के दर्शन होते है |
- सप्ताह के व्रत-त्योहार [ 31 अगस्त से 6 सितंबर तक] 31 अगस्तः शनिदेव तैलाभिषेक, पीपल पूजन परिक्रमा। 1 सितंबरः अजा (जया) एकादशी व्रत, श्रीगुरुग्रन्थसाहिबजी का प्रकाशोत्सव। 2 सितंबरः सोम-प्रदोष व्रत, गोवत्स द्वादशी (गौ-बछड़ा) व्रत, कलियुगादि तिथि, श्रीमहाकाल की शाही सवारी (उज्जायिनी), जैन पर्युषण पर्व प्रारंभ (चतुर्थी पक्ष)। 3 सितंबरः मासिक शिवरात्रि व
- इस दिन आप जिस विधि से गाय कि पूजा करेंगे उसी का फल आपको लक्ष्मी जी से मिलेगा तो गोवत्स के दिन क्या करें ऐसा कि साल भर घर में आता रहे पैसा , कैसे मनाये माँ कामधेनू को , क्या हो पूजा का सही तरीका किस विधि से रखें गोवत्स द्वादशी का व्रत ये सब हम बताएँगे अगले एक घंटे में ……… .