गृध्रसी meaning in Hindi
pronunciation: [ garidhersi ]
Examples
- 1-1 गोली जल के साथ दिन में 3 बार सेवन करने से गृध्रसी सियाटिका में लाभ मिलता है।
- गृध्रसी , जंघा , कटि , बेदना- की स्थिति में अदरक के रस में शुद्ध ताजा घी मिलाकर पीना हितकर होता है।
- एरण्ड के बीजों की गिरी 10 ग्राम को दूध में पकाकर खीर बनाकर खिलाने से गृध्रसी , कमर दर्द और आमवात में लाभ होता है।
- कमर से संबंधित नसों में से अगर किसी एक में भी सूजन आ जाए तो पूरे पैर में असहनीय दर्द होने लगता है , जिसे गृध्रसी या सायटिका (
- 36 वात दर्द , कमर दर्द तथा जांघ और गृध्रसी दर्द : - एक चम्मच अदरक के रस में आधा चम्मच घी मिलाकर सेवन करने से लाभ होता है।
- कमर से संबंधित नसों में से अगर किसी एक में भी सूजन आ जाए तो पूरे पैर में असहनीय दर्द होने लगता है , इसे ही गृध्रसी या सायटिका ( Sciatica ) कहा जाता है।
- शक्तिशाली चुम्बकों का प्रयोग कशेरूका-सन्धिशोथ , सायटिका ( गृध्रसी ) , कमर दर्द , गठिया , कष्टार्तव ( दर्द के साथ होने वाली माहवारी ) , अकौता , छाजन , पक्षाघात तथा पोलियो आदि रोगों पर किया जाता है।
- उपयोग : अपने गुणों के कारण यह शारीरिक दुर्बलता, यौन शक्ति की कमी, प्रमेह, शुक्रमेह, रक्तपित्त, प्रदर, व्रण, मूत्रातिसार, सोजाक, उपदंश, हृदय दौर्बल्य, कृशता (दुबलापन), वात प्रकोप के कारण गृध्रसी, सिर दर्द, अर्दित, अर्धांग आदि वात विकारों को दूर करने के लिए उपयोगी सिद्ध होती है।
- यह ठंडी प्रकृति वालों के लिए अच्छा है , अर्द्धांग वात , गृध्रसी झानक बाई ( साइटिका के कारण उत्पन्न बाय का दर्द ) , जलोदर ( पेट में पानी की अधिकता ) तथा समस्त वायुरोगों की नाशक है इसके पत्ते , जड़ और बीज उसका तेल सभी औषधि के रूप में इस्तेमाल किए जाते है।
- यह ठंडी प्रकृति वालों के लिए अच्छा है , अर्द्धांग वात , गृध्रसी झानक बाई ( साइटिका के कारण उत्पन्न बाय का दर्द ) , जलोदर ( पेट में पानी की अधिकता ) तथा समस्त वायुरोगों की नाशक है इसके पत्ते , जड़ और बीज उसका तेल सभी औषधि के रूप में इस्तेमाल किए जाते है।