×

अविज्ञात meaning in Hindi

pronunciation: [ avijenyaat ]
अविज्ञात meaning in English

Examples

  1. हिन्दी आलेख् व किताबे मानव मस्तिष्क के उपर मस्तिष्क के अविज्ञात का चमत्कार मस्तिष्क की चित्र-विचित्र कार्य प्रणाली चमत्कारिक शक्तियों का स्रोत मस्तिष्क मस्तिष्क एक जादुई पिटारा
  2. भाषा , लिपि , उच्चारण यहाँ तक कि अविज्ञात की असाधारण एवं अभूतपूर्व समझी जाने वाली अगणित शाखाओं , खोजो आविष्कारों का श्रीगणेश इसी आधार पर सम्भव हुआ।
  3. विद्युत्ज , ताप , प्रकाश , चुम्बक , शब्द , अणु- शक्ति जैसी प्रकृति की कितनी ही अदृश्य और अविज्ञात शक्तियों को उसने ढूँढ़ा और करतलगत किया है ;
  4. विज्ञान द्वारा मनुष्य ने विघुत , ताप , प्रकाश , चुम्बक , शब्द , अणुशक्ति जैसी प्रकृति की कितनी ही अदृश्य और अविज्ञात शक्तियों को ढूंढा और प्राप्त किया है।
  5. ऋद्धि-सिद्धियों को प्राप्त करने , लोक-लोकान्तरों के प्राणियों से सम्बन्ध स्थापित करने, ग्रहों की गतिविधि तथा प्रभाव को जानने, अतीत तथा भविष्य से परिचित होने, अदृश्य एवं अविज्ञात तत्त्वोंको हस्तामलकवत् देखने आदि अनेकों प्रकार के विज्ञान मौजूद हैं ।
  6. ऋद्धि- सिद्धियों को प्राप्त करने , लोक- लोकान्तरों के प्राणियों से सम्बन्ध स्थापित करने, ग्रहों की गतिविधि तथा प्रभाव को जानने, अतीत तथा भविष्य से परिचित होने, अदृश्य एवं अविज्ञात तत्त्वों को हस्तामलकवत देखने आदि अनेकों प्रकार के विज्ञान मौजूद हैं ।।
  7. ऋद्धि-सिद्धियों को प्राप्त करने , लोक-लोकान्तरों के प्राणियों से सम्बन्ध स्थापित करने , ग्रहों की गतिविधि तथा प्रभाव को जानने , अतीत तथा भविष्य से परिचित होने , अदृश्य एवं अविज्ञात तत्त्वोंको हस्तामलकवत् देखने आदि अनेकों प्रकार के विज्ञान मौजूद हैं ।
  8. मैं स्वयं भी यही मानता हूँ कि कभी कभी अविज्ञात के अन्तराल से ऎसी जो घटनाएँ जीवन में घट जाती हैं , जिनका कि साधारण बुद्धि द्वारा विवेचन करना तो दूर उसका कार्य कारण से भी कोई संबंध नहीं स्थापित किया जा सकता।
  9. मैं स्वयं भी यही मानता हूँ कि कभी कभी अविज्ञात के अन्तराल से ऎसी जो घटनाएँ जीवन में घट जाती हैं , जिनका कि साधारण बुद्धि द्वारा विवेचन करना तो दूर उसका कार्य कारण से भी कोई संबंध नहीं स्थापित किया जा सकता।
  10. यह दिव्य ध्वनियाँ प्रकृति के सूक्ष्म अन्तराल से उठती हैं और उनके सुनने की क्षमता उत्पन्न हो जाने पर , उनके पीछे छिपे वे रहस्य प्रकट होने लगते हैं , जो विश्व की अविज्ञात गतिविधियों की जानकारी देकर साधक को सूक्ष्मदर्शी बना देती हैं ।।
More:   Prev  Next


PC Version
हिंदी संस्करण


Copyright © 2023 WordTech Co.