अवगुण्ठन meaning in Hindi
pronunciation: [ avegaunethen ]
Examples
- तनया-प्रिया-जननि के अवगुण्ठन में रहने वाली , सत्यं शिवम् सुन्दरम् सी जीवन में बहने वाली, विरह मिलन की धूप-छाँह में पलती शकुन्तला है।
- लहरों के नीले अवगुण्ठन मेंजहाँ सिन्दूरी गुलाब जैसा सूरज खिलता थावहाँ सैकड़ों निष्फल सीपियाँ छटपटा रही हैं- और तुम मौन होमैंने देखा कि अगणित विक्षुब्ध विक्रान्त लहरेंफेन का
- अवगुण्ठन के भीतर अश्रुओं से झरना बहाते और पोंछते हुए अनाथ की दीदी ने कहा- “मेरा राजा भैया है न , जा, जा, साहब के पास जा-तेरी दीदी तुझसे फिर मिलेगी,
- इतने में नीलमणि को साथ लिये अवगुण्ठन ताने एक स्त्री सीधी साहब के सामने आकर खड़ी हो गई , बोली- “साहब आपके हाथ में मैं इस अनाथ भाई को सौंप रही हूं, आप
- अवगुण्ठन के भीतर अश्रुओं से झरना बहाते और पोंछते हुए अनाथ की दीदी ने कहा- मेरा राजा भैया है न , जा , जा , साहब के पास जा-तेरी दीदी तुझसे फिर मिलेगी , अच्छा।
- थकित दिवस दृग पर रख पंकिल निशि अवगुण्ठन चीरऔर कौन तुम ही तो हरते हो वासर की पीर नव स्फूर्जित दृग खोल देखता जो जागरण शयन-निद्रा की गोदी में करने दो निर्द्वंद्व शयन ।- ( 'पंकिल' : मेरे बाबूजी)
- देह-~ देह के स्नायु-मंडल मेंदेवी की रंग-बिरंगी पाल-सजी नौकाएँ डाँड़ मारती हुई तीर की तरह छूटने लगी हैं औरस्नायु-मंडल के अन्दर विहार करती उन इच्छाओं और कामनाओं की मायावी नौकाओं केअन्दर दशप्रहरण-धारिणी देवी ही आकर अवगुण्ठन के भीतर बैठ गयी है .
- श्वांसों की मर्यादा के बंधन टूट गये अन्तर में चांदनी उतर आयी जल उठी अवगुण्ठन में दीपक की लौ विरह की निःश्वांस उच्छ्वास में बदल गयी प्रेम की पलकों की कोरों से झांक उठा सावन और तन के इन्द्रधनुषी आलोक से जगमगा उठा मन ,
- उनके पतियों को पति होने का मिथ्या आभास मात्र होता है। . ..सखी सम्प्रदाय की मान्यता है कि राधा श्याम की स्वामिनी है।...राधा यहां परमतत्व है।...इसमें सांख्यों की प्रकृति से जुडी मातृतंत्र की उन्मुक्त अवगुण्ठन रहित रति प्रमाद भावधारा जो लोकचेतना से लुप्त नहीं हो सकी है-सन्निहित है।
- डॉ . के के झा नें चर्चा के दौरान इसी विषय पर अपनी थीसिस मुझे दिखाई थी जहाँ वे जनजातीय समाज की धार्मिक मान्यताओं में इतिहास की समय समय पर हुई दखलंदाजी की पूरी व्याख्या करते हुए इस अवगुण्ठन की क्रमबद्धता तथा कारणों पर बात करते हैं।