अग्रपूजा meaning in Hindi
pronunciation: [ agarepujaa ]
Examples
- पांडवों के राजसूय यज्ञ में अग्रपूजा के लिए सहदेव ने श्रीकृष्ण का नाम प्रस्तुत किया तो शिशुपाल क्रोध से आग बबूला हो गया।
- यहां तक कि सारे देश में , योध्दाओं और सम्राटों से भरे तब के भारतवर्ष में सिर्फ उन्हें अग्रपूजा के लायक माना गया।
- युधिष्ठिर के राजसूय यज्ञ में कई श्रेष्ठ ब्राह्मण उपस्थित थे , लेकिन पितामह भीष्म की सलाह पर श्रीकृष्ण की ही अग्रपूजा की गई।
- आमन्त्रित अतिथियों में [ [ भीष्म ]] की आज्ञा से युधिष्ठिर ने सर्वप्रथम श्रीकृष्ण को अर्घ्य समर्पित किया ( श्रीकृष्ण की अग्रपूजा की ) ।
- साधना चाहे सात्विक हो या तामसिक , मारण , मोहन , उच्चटन , वशीकरण या फिर मोक्ष की साधना हो अग्रपूजा गणेश जी की ही होती है।
- उस समय श्रीकृष्ण की अग्रपूजा का प्रस्ताव करते समय भीष्म ने उन्हें अपने युग का वेद-वेदांगों का उत्कृष्ट ज्ञाता , अतीव बलशाली तथा मनुष्यलोक में अतिविशिष्ट बताया था।
- जबकि दूसरी बार राजसूय यज्ञ जोकि युधिष्ठिर ने किया था जिसमें श्रीकृष्ण की अग्रपूजा हुई उसका उद्देश्य यादवों द्वारा किये गये प्रथम राजसूय यज्ञ की शक्ति को निरंतर संगठित करना था।
- यही कारण है कि जब युधिष्ठिर प्रथम बार राजा बने तो उन्होंने राजसूय यज्ञ करना चाहा , वह जानते थे कि राजसूय यज्ञ बिना श्रीकृष्ण की अग्रपूजा कराये सफल नहीं हो सकता।
- 15 । 1 - 17 / ref > == श्रीमद् भागवत से == पांडवों के राजसूय यज्ञ में अग्रपूजा के लिए [[ सहदेव ]] ने श्रीकृष्ण का नाम प्रस्तुत किया तो शिशुपाल क्रोध से आग बबूला हो गया।
- गणेशपुराण के अनुसार प्रत्येक युग में गणेश के रूप में परिवर्तन होता है नाम वर्ण , वाहन आदि बदलते हैं किंतु तात्विक रूप से वे आदि पूज्य विघ्नेश्वर , मंगलदायक सिद्धिदाता तथा बुद्धिविधाता विनायक के रूप में अग्रपूजा के अधिकारी रहे हैं।