सप्तपर्ण meaning in Hindi
pronunciation: [ septepren ]
Examples
- सप्तपर्ण की छाँह में से समीर काँपता हुआ जाता है , एक प्रच्छन्न शिथिलता अंगों में भर जाती है , छाँह के अमूर्त स्पर्श तले सब कुछ क्रमशः शान्त होता जाता है।
- अपनी काव्य एवं गद्य रचनाओं के अतिरिक्त महादेवी ने प्राचीन भारत के संस्कृत कवियों वाल्मिकी , कालीदास, अश्वघोष, त्यागराज, और जयदेव की कृतियों का हिंदी में पद्यानुवाद भी किया जोकि सप्तपर्ण शीषर्क से प्रकाशित हुआ ।
- पास बैठा हुआ , शोण, दौड़ते हुए घोड़े, पीछे छूटते जाते अशोक, ताल, किंशुक, मधूक, पाटल, तमाल, कदम्ब, शाल, सप्तपर्ण आदि के ऊँचे घने पत्तोंवाले वृक्ष - इनमें से किसी का भी मुझको भान नहीं रहता।
- पास बैठा हुआ , शोण , दौड़ते हुए घोड़े , पीछे छूटते जाते अशोक , ताल , किंशुक , मधूक , पाटल , तमाल , कदम्ब , शाल , सप्तपर्ण आदि के ऊँचे घने पत्तोंवाले वृक्ष - इनमें से किसी का भी मुझको भान नहीं रहता।
- पास बैठा हुआ , शोण , दौड़ते हुए घोड़े , पीछे छूटते जाते अशोक , ताल , किंशुक , मधूक , पाटल , तमाल , कदम्ब , शाल , सप्तपर्ण आदि के ऊँचे घने पत्तोंवाले वृक्ष - इनमें से किसी का भी मुझको भान नहीं रहता।
- और शेखर के ऊपर थी सप्तपर्ण के तरुण गाछ की छाँह , जिसे दूर की कोई बहती साँस कँपा जाती थी ; दूर दक्षिणी किसी समीर की साँस , क्योंकि उसमें स्निग्ध गर्माई थी , और जब-जब एक सोंधापन शेखर के नासा-पुटों को भर देता था-वह सोंधापन , जो मलय के प्राणद पहले स्पर्श में होता है ...