शौनक ऋषि meaning in Hindi
pronunciation: [ shaunek risi ]
Examples
- शौनक ऋषि के अनुसार जब किसी व्यक्ति की धन पर अत्यधिक आसक्ति हो जाती है तो मृत्यु के बाद वह नाग बनकर उस धन पर जाकर बैठ जाता है।
- शौनक ऋषि के अनुसार जब किसी व्यक्ति की धन पर अत्यधिक आसक्ति हो जाती है तो मृत्यु के बाद वह नाग बनकर उस धन पर जाकर बैठ जाता है।
- शौनक ऋषि ने युधिष्ठिर से कहा , ” हे धर्मराज ! मैं जानता हूँ कि आप लोग बारह वर्ष के वनवास तथा एक वर्ष के अज्ञातवास के लिये निकले हैं।
- ( देखें , ऋगवेद 1 / 125 / 1 और 1 / 126 / 2 - 3 पर सायणभाष् य , तथा शौनक ऋषि कृत बृहत देवता 3 / 146 - 150 )
- प्रश्न : शौनक ऋषि ने पूछा : किसको जान लेने से सब कुछ जान लिया जाता है ? उत्तर > उन सर्वशक्ति मान सर्वज्ञ , सबके कर्ता धर्ता परमेश्वर को जान लेने पर सब कुछ ज्ञात हो जाता है .
- प्रश्न : शौनक ऋषि ने पूछा : किसको जान लेने से सब कुछ जान लिया जाता है ? उत्तर > उन सर्वशक्ति मान सर्वज्ञ , सबके कर्ता धर्ता परमेश्वर को जान लेने पर सब कुछ ज्ञात हो जाता है .
- क्षत्रियकुल में जन्में शौनक ने ब्राह्मणत्व प्राप्त किया | ( विष्णु पुराण ४.८.१) वायु, विष्णु और हरिवंश पुराण कहते हैं कि शौनक ऋषि के पुत्र कर्म भेद से ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र वर्ण के हुए| इसी प्रकार गृत्समद, गृत्समति और वीतहव्यके उदाहरण हैं |
- क्षत्रियकुल में जन्में शौनक ने ब्राह्मणत्व प्राप्त किया | ( विष्णु पुराण ४.८.१) वायु, विष्णु और हरिवंश पुराण कहते हैं कि शौनक ऋषि के पुत्र कर्म भेद से ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र वर्ण के हुए| इसी प्रकार गृत्समद, गृत्समति और वीतहव्य के उदाहरण हैं |
- नैमिषारण्य में जिन शौनक ऋषि तथा उनके साथ के अट्ठासी सहस्र ऋषि-मुनियों ने दीर्घकालीन सत्र किया था , वे सब संत कोटि के ही प्राणी थे किंतु इन सभी कवियों की अपेक्षा गोस्वामी तुलसी दास ने सर्वाधिक विस्तार से और व्यापक रूप में संतों का लक्षण-निरूपण किया है।
- शौनक ऋषि के प्रश्न द्वारा परब्रह्म को जानने का प्रयास संभव हो पाया है इसमें शौनक ऋषि के सवालों के उत्तर देते हुए ऋषि पिप्पलाद जी उन्हें परब्रह्म के स्वरूप के बारे में बताते हैं तथा परब्रह्म को कैसे प्राप्त किया जा सकता है इस बात का भी उल्लेख किया गया है .