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शीतलचीनी meaning in Hindi

pronunciation: [ shitelchini ]
शीतलचीनी meaning in English

Examples

  1. 1 . शीतलचीनी : 3 ग्राम शीतलचीनी को पीसकर आधा किलो पानी के साथ सेवन करने से पेशाब का जुलाब दूर होता है।
  2. 1 . शीतलचीनी : 3 ग्राम शीतलचीनी को पीसकर आधा किलो पानी के साथ सेवन करने से पेशाब का जुलाब दूर होता है।
  3. 1 . शीतलचीनी : 3 ग्राम शीतलचीनी को पीसकर आधा किलो पानी के साथ सेवन करने से पेशाब का जुलाब दूर होता है।
  4. 10 ग्राम शीतलचीनी , 10 ग्राम दालचीनी , 10 ग्राम सोंठ और 40 ग्राम जटामांसी को 80 ग्राम मिश्री के साथ मिलाकर चूर्ण बनाकर रख लें।
  5. जटामांसी 200 ग्राम , 200 ग्राम मिश्री और शीतलचीनी 50 ग्राम , सौंफ 50 ग्राम , सोंठ 50 ग्राम और दालचीनी 50 ग्राम को मिश्री के साथ पीसकर चूर्ण बना लें।
  6. * 10 - 10 ग्राम अनार के फूल , गोखरू और शीतलचीनी लेकर कूट-पीसकर चूर्ण बनाकर 3 ग्राम चूर्ण रोजाना पानी के साथ सेवन करने से रक्तप्रदर में बहुत फायदा होता है।
  7. 30 . सफेद चिरमिटी : सफेद चिरमिटी के पत्ते , शीतलचीनी और मिश्री को मिलाकर मुंह में रखकर इनका रस चूसने से गले के घाव और बैठा हुआ गला ठीक होता है।
  8. 30 . सफेद चिरमिटी : सफेद चिरमिटी के पत्ते , शीतलचीनी और मिश्री को मिलाकर मुंह में रखकर इनका रस चूसने से गले के घाव और बैठा हुआ गला ठीक होता है।
  9. अगर बड़े बच्चे के मुंह में घाव ( जख्म ) हो तो सफेद चिरमिटी के पत्ते , शीतलचीनी और मिश्री को मुंह में रखकर चूसना चाहिए अथवा चिरमिटी की जड़ चबानी चाहिए या शहद और ताजा पानी को मिलाकर गरारे करने चाहिए।
  10. अगर बड़े बच्चे के मुंह में घाव ( जख्म ) हो तो सफेद चिरमिटी के पत्ते , शीतलचीनी और मिश्री को मुंह में रखकर चूसना चाहिए अथवा चिरमिटी की जड़ चबानी चाहिए या शहद और ताजा पानी को मिलाकर गरारे करने चाहिए।
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