वेष्टन meaning in Hindi
pronunciation: [ vesetn ]
Examples
- यह वेष्टन प्रणाली का सबसे बड़ा अंग है जो उपकला ऊतकों की कई परतों द्वारा निर्मित होती है , और अंतर्निहित मांसपेशियों, अस्थियों, अस्थिबंध (लिगामेंट) और अन्य आंतरिक अंगों की रक्षा करती है।
- यह वेष्टन प्रणाली का सबसे बड़ा अंग है जो उपकला ऊतकों की कई परतों द्वारा निर्मित होती है , और अंतर्निहित मांसपेशियों , अस्थियों , अस्थिबंध (लिगामेंट) और अन्य आंतरिक अंगों की रक्षा करती है।
- बन्धकारण के शिथिल होने तथा चित्तगति के मार्ग को जान लेने पर ; आत्मा अपने वेष्टन - चित्त व सूक्ष्म शरीर समेत , स्वशरीर से बाहर निकलकर अन्य शरीर में प्रवेश कर जा सकता है।
- आ लौट चलें मनवा , पूर्णता की ओर , भय से शुरू किया व्यसन छोड़ें भी बडे भय से , मुक्त हो सके अपराध बोध से खोलकर वेष्टन 4 व्यसन का ! गुलाब कोठारी लेखक पत्रिका समूह के प्रधान संपादक हैं
- अगर कवि की आत्माभिव्यक्ति एक संस्कार-विशेष के वेष्टन में ही सहज सामने आती है , तभी वह संस्कार देने वाली परम्परा कवि की परमपरा है , नहीं तो-वह इतिहास है , शास्त्र है , ज्ञान-भंडार है जिससे अपरिचित भी रहा जा सकता है।
- बृहत् में वायुमंडल के विभिन्न स्तरतो बताए ही गए हैं , पर्यावरण पर अपनेआप में स्वतंत्रख़ासी सामग्री भी है - वायुमंडल - ध्वनिवाही आकाश , परिमंडल , पर्यावरण , फिजाँ , वातावरण , वियत , विहायस , वेष्टन , शब्दवाही आकाश , हवा .
- बृहत् में वायुमंडल के विभिन्न स्तरतो बताए ही गए हैं , पर्यावरण पर अपनेआप में स्वतंत्रख़ासी सामग्री भी है - वायुमंडल - ध्वनिवाही आकाश , परिमंडल , पर्यावरण , फिजाँ , वातावरण , वियत , विहायस , वेष्टन , शब्दवाही आकाश , हवा .
- अगर कवि की आत्माभिव्यक्ति एक संस्कार-विशेष के वेष्टन में ही सहज सामने नहीं आती है , तभी वह संस्कार देने वाली परम्परा , कवि की परम्परा है , नहीं तो वह इतिहास है , शास्त्र है , ज्ञान-भंडार है जिससे अपरिचित भी रहा जा सकता है।
- खाद्य पदार्थ के उत्पादन , निर्माण , संचय , वितरण , वेष्टन , विक्रय आदि से संबंधित वे सभी कुत्सित कार्य , जो उसके स्वाभाविक गुण , सारतत्व अथवा श्रेष्ठता को कम करनेवाले हैं , अथवा जिनसे ग्राहक के स्वास्थ्य की हानि और उसके ठगे जाने की संभावना रहती है , अपद्रव्यीकरण या अपनामकरण ( मिसब्रैंडिंग ) द्वारा सूचित किए जाते हैं।
- खाद्य पदार्थ के उत्पादन , निर्माण , संचय , वितरण , वेष्टन , विक्रय आदि से संबंधित वे सभी कुत्सित कार्य , जो उसके स्वाभाविक गुण , सारतत्व अथवा श्रेष्ठता को कम करनेवाले हैं , अथवा जिनसे ग्राहक के स्वास्थ्य की हानि और उसके ठगे जाने की संभावना रहती है , अपद्रव्यीकरण या अपनामकरण ( मिसब्रैंडिंग ) द्वारा सूचित किए जाते हैं।