मिचली आना meaning in Hindi
pronunciation: [ micheli aanaa ]
Examples
- इसीलिए - कीमोथिरेपी के फलस्वरूप मरीजों को लोस ऑफ़ एपेटाईट , मिचली आना ,बालों का झड़ना जैसे पार्श्व प्रभाव भी घेरे रहतें हैं .मुंह में जख्म भी हो जातें हैं ।
- 4 . पेट खराब होना आपको जानकर आश्चर्य होगा लेकिन कई बार तनाव का सीधा प्रभाव मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया पर भी पड़ता है जिससे पेट खराब होना, पेट में दर्द, मिचली आना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- ज़ाहिर है पाचन सम्बन्धी क्षेत्र की गडबडियों की दिक्कतों यथा अम्ल शूल , उदर शूल , रक्तस्राव , उबकाई आना , कै या मिचली आना , अतिसार , कब्जी आदि का इल्म तो है हमें .
- subluxations के दुर्घटनाके भी बाद बने रहने पर खासकर बालकों में दमा , बेड वोटिंग , बेदमी , मिचली आना , मूत्र त्याग में अ-संयम , पेशाब न रोक पाना बाथ रूम , टॉयलिट , रेस्टरूम तक भी .
- subluxations के दुर्घटनाके भी बाद बने रहने पर खासकर बालकों में दमा , बेड वोटिंग , बेदमी , मिचली आना , मूत्र त्याग में अ-संयम , पेशाब न रोक पाना बाथ रूम , टॉयलिट , रेस्टरूम तक भी .
- ( ४ ) चक्कर आना , मिचली आना , लाईट हेडिद -नेस ( स्लाईट -ली डिज़ी और युफोरिक , हेविंग ए तेंदेंसी टू बिहेव इन ए फ्रिवोलौस और इम्मेच्युओर वे , देट इज सिमिलर टू एन इफेक्ट ऑफ़ केफीन , एल्कोहल और फटीग . ) ।
- ( ४ ) चक्कर आना , मिचली आना , लाईट हेडिद -नेस ( स्लाईट -ली डिज़ी और युफोरिक , हेविंग ए तेंदेंसी टू बिहेव इन ए फ्रिवोलौस और इम्मेच्युओर वे , देट इज सिमिलर टू एन इफेक्ट ऑफ़ केफीन , एल्कोहल और फटीग . ) ।
- हैजा रोग होने के साथ ही बहुत तेज मिचली आना तथा गले में घर-घर की आवाजें होना लेकिन बलगम बिल्कुल भी न निकलना , सांस लेने में कष्ट होना आदि दिखाई दें तो उपचार करने के लिए ऐण्टिम-टार्ट औषधि की 6 शक्ति का उपयोग करना फायदेमंद होता है।
- हृदय रोग के लक्षण ज्यादा तेज चलने , सीढ़ियाँ चढ़ने या साइकिल आदि चलाने से सांस फूलना, कमजोरी व थकान लगना, पसीना अधिक आना, सीने में दर्द होना, मिचली आना, पैरों में सूजन हो जाना, दिल की धड़कन बढ़ना, घबराहट होना, रात में नींद कम आना व अचानक खुलने पर नींद न आना आदि होने से समझ लें कि आपको हृदय रोग पकड़ रहा है।
- फर्क हो सकतें हैं दिल के दौरों के लक्षण औरतों में : ज़रूरी नहीं है सीने के बीच से स्टर्नम से उठके दर्द की लहर बाजू से होती ऊंगलियों तक ही आये औरतों के मामले में कमर में दर्द का होना , जबड़े में दर्द होना , मिचली आना , उदर शूल , नौज़िया नान टिपिकल लक्षण हो सकतें है दिल के दौरे के .