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भीष्म-पितामह meaning in Hindi

pronunciation: [ bhisem-pitaamh ]
भीष्म-पितामह meaning in English

Examples

  1. ( सनत्कुमार का मार्कण्डेयजी को उपदेश , मार्कण्डेय जी का शान्तनु को उपदेश , शान्तनु का भीष्म-पितामह को उपदेश , शरशय्या पर लेटे हुए भीष्म पितामह का युधिष्ठिर आदि पाण्ड़वों को पितरों की पूजा का महत्व बतलाना।
  2. चौधरी देवी लाल ( जन्म- 25 सितंबर, 1914 - मृत्यु- 6 अप्रॅल, 2001) भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री एवं भारतीय राजनीति के पुरोधा, किसानों के मसीहा, महान स्वतंत्रता सेनानी, हरियाणा के जन्मदाता, राष्ट्रीय राजनीति के भीष्म-पितामह, करोड़ों भारतीयों के जननायक थे।
  3. भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल ( जन्म- 25 सितंबर , 1914 - मृत्यु- 6 अप्रॅल , 2001 ) भारतीय राजनीति के पुरोधा, किसानों के मसीहा, महान स्वतंत्रता सेनानी, हरियाणा के जन्मदाता, राष्ट्रीय राजनीति के भीष्म-पितामह, करोड़ों भारतीयों के जननायक थे।
  4. एक बात और साहित्य में प्रेरणा कहीं से भी ली जा सकती है फिर भी इस झकझकी को शुरु करने के पहले मैं इस ब्लागवुड के परम आदरणीय भीष्म-पितामह को विशेष रुप से नमन करते हुए उनसे क्षमा या आशीष अवश्य चाहूँगा ।
  5. अगर मानवता को बचाना है तो इन असुरों पर निर्णायक विजय जरूरी है और निर्णायक विजय के लिए इन असुरों का मुकाबला इन्हीं के तरीके से करना जरूरी है वरना कहीं ऐसा न हो इतिहास आपको भी भीष्म-पितामह की तरह कभी माफ न करे।
  6. शायद इसीलिये शर-शैया पर लेटे हुए भीष्म-पितामह ने अपने अंतिम समय में पांडवों को राजनीति के पाठ पढाते हुए नसीहत दी थी कि किसी राजा की कुशलता इस तथ्य की मोहताज होती है कि उस के राज्य में महिलाओं का सम्मान कितना होता है ?
  7. चौधरी देवी लाल ( जन्म- 25 सितंबर , 1914 - मृत्यु- 6 अप्रॅल , 2001 ) भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री एवं भारतीय राजनीति के पुरोधा , किसानों के मसीहा , महान स्वतंत्रता सेनानी , हरियाणा के जन्मदाता , राष्ट्रीय राजनीति के भीष्म-पितामह , करोड़ों भारतीयों के जननायक थे।
  8. बाद में जब ब्लागर के आसान तरीके की वजह से 2007 से हिन्दी ब्लागिंग ने तेजी पकड़ी उनमें पत्रकारिता , रंगकर्म और कलाजगत से जुड़े लोग भी थे और सामाजिक कार्यकर्ता भी, तब इनकी धमक से घबराए लोगों ने खुद के लिए पितृपुरुष, भीष्म-पितामह जैसे शब्द गढ़ने शुरु कर दिए।
  9. एक युग का शांतिपूर्ण समापन मैं अक्सर यह सोचता हूँ कि क्या छत्तीसगढ़ के शासक दल के भीष्म-पितामह लखीराम अग्रवाल अपनी मृत्यु के समय संतुष्ट थे ? लगभग दो बरस पहले, सन् २००७ में, जब मैं उनसे मिलने उनके खरसिया निवास पर गया था, तब वे खुश तो नहीं थे.
  10. एक युग का शांतिपूर्ण समापन मैं अक्सर यह सोचता हूँ कि क्या छत्तीसगढ़ के शासक दल के भीष्म-पितामह लखीराम अग्रवाल अपनी मृत्यु के समय संतुष्ट थे ? लगभग दो बरस पहले, सन् २००७ में, जब मैं उनसे मिलने उनके खरसिया निवास पर गया था, तब वे खुश तो नहीं थे. मैं मानत
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