भावसंधि meaning in Hindi
pronunciation: [ bhaavesnedhi ]
Examples
- अगले अंक में भावोदय , भावसंधि , भावशान्ति और भावशबलता पर चर्चा की जाएगी।
- आचार्य मम्मट ने काव्यप्रकाश में भावसंधि के लिए महावीरचरित नाटक का निम्नलिखित श्लोक उद्धृत किया है-
- भावों के चार रूपों अथवा भावों की चार अवरस्थाओं- भावशान्ति , भावोदय, भावसंधि और भावशबलता- पर विचार किया जायगा।
- जहाँ काव्य में दो भावों के समान रूप से एक साथ मेल के कारण चमत्कार आ जाय तो वहाँ भावसंधि होती है।
- जहाँ काव्य में दो भावों के समान रूप से एक साथ मेल के कारण चमत्कार आ जाय तो वहाँ भावसंधि होती है।
- इस अंक में भावों के चार रूपों अथवा भावों की चार अवरस्थाओं- भावशान्ति , भावोदय , भावसंधि और भावशबलता- पर विचार किया जायगा।
- इस अंक में भावों के चार रूपों अथवा भावों की चार अवरस्थाओं- भावशान्ति , भावोदय , भावसंधि और भावशबलता- पर विचार किया जायगा।
- यदि शुक्र ग्रहयोग गत , भावसंधि गत होकर अनिष्ट कर रहा हो, तो हीरा एक तरफ अवतल और दूसरी तरफ उभरा हुआ गोल होना चाहिए।
- यदि शुक्र ग्रहयोग गत , भावसंधि गत होकर अनिष्ट कर रहा हो, तो हीरा एक तरफ अवतल और दूसरी तरफ उभरा हुआ गोल होना चाहिए।
- यदि शुक्र ग्रहयोग गत , भावसंधि गत होकर अनिष्ट कर रहा हो , तो हीरा एक तरफ अवतल और दूसरी तरफ उभरा हुआ गोल होना चाहिए।