ख्याल आना meaning in Hindi
pronunciation: [ kheyaal aanaa ]
Examples
- जब हालात बदलते हैं तो ये ख्याल आना वाज़िब है मगर सार्थक जीवन वही है जो दूसरो के सुख दुख मे भागीदार बने………आपकी माँ और पड़ोसन आंटी जी जल्द स्वास्थ्य लाभ करें ।
- सठियाने से बीस साल की दूरी पर इस तरह के ख्याल आना इस बात का सबूत है कि बाल धूप में सफ़ेद नहीं किये हैं . ... इसमें ट्यूबलाईट का भी पूरा योगदान है !!
- जब हम कोई भी बहुत सुन्दर और अच्छी चीज़ें या जगह देखते हैं उस समय मन में ख्याल आना की काश मेरा प्यार मेरे साथ होता या उसके लिए वो अच्छी चीज़ें लेने की लालसा आना प्यार है।
- आप छोटे-छोटे खिङकी-दरवाजों वाले एक पुराने लेकिन आरामदायक घर के अंदर बैठे छत की पटाल ( स्लेट) पर लगातार पङ रही बूंदों की टापुर-टुपुर का आनंद ले रहे हों तो इस भीगे-भीगे से मौसम में खाने का ख्याल आना स्वाभाविक ही है।
- आप छोटे-छोटे खिड़की-दरवाजों वाले एक पुराने लेकिन आरामदायक घर के अंदर बैठे छत की पटाल ( स्लेट ) पर लगातार पड़ रही बूंदों की टापुर-टुपुर का आनंद ले रहे हों तो इस भीगे-भीगे से मौसम में खाने का ख्याल आना स्वाभाविक ही है।
- हम लोग भी दरि्यादिल हैं ऐसे में कसाब के साथ कोई नाइन्साफ़ी नही हो्ना चाहिए , उसकी कोई इच्छा अधुरी नहीं रहना चाहिए , बिरयानी शोरबा खा-खाकर वह बोर हो गया है , ऐसे में जीवन साथी एवं परिवार का ख्याल आना कोई बड़ी बात नही है।
- सिर से सम्बंधित लक्षण- सिर के घूमने के कारण चक्कर आना जो झुकने से ओर ज्यादा हो जाते है , दिमाग में अजीब-अजीब से ख्याल आना , माथे और कनपटियों में सिर से लेकर गर्दन के जोड़ और दांतों तक दर्द होना आदि लक्षणों में रोगी को काल्मिया लैटीफोलिया औषधि देने से लाभ होता है।
- और शायद सेक्स की लत को कोई बहुत संजीदा तरीके से ना ले , तो उसके नतीजे भी शायद वही हो सकते हैं - सेक्स के बारे में लगातार ख्याल आना आपको भारी पड़ सकता है - आपकी नौकरी आ सकती है , रिश्ते बिखर सकते हैं , और शायद यौन संचारित रोग भी हो सकता है।
- जैसे नहाने वक्त लक्स लगाने पर खुद को प्रियंका चोपड़ा मानना या उसका ख्याल आना , चिलाने ब्रांड की नेल पोलिस लगा लेने पर यह संतोष कि हमने जेनिफर लोपेज वाला नेल पालिस लगाया और अब हमारा हाथ एंजलीना जोली सा दिखने लगा है और 1500 रूपए की एक फटी जींस पहन पेप्सी पीते वक्त रणबीर कपूर का अक्स ज़हन में उभरना , कई बार तो खुद को वही मान लेना।
- ब्लॉग्गिंग का जीवन चक्र प्रथम चक्र -दोस्त खोजकर न्योता भेजना ( Send invitation ) या दोस्त का आवेदन मिलना ( Getinvitation ) द्वितीय चक्र - बहुत खुश होना तथा कुछ दिन तक रोज़ना लिखना तथा Reply पाना त्रितीय चक्र - कुछ दिन पश्चात Replyआना बन्द फिर मन में ख्याल आना कि पहले वो लिखे तब - चतुर्थ चक्र- दोस्त सिर्फ FriendList की शोभा बढाते हैं ( Number of Friends inFriendList ) पांचवा तथा अंतिम चक्र - दोस्त साथ में होते हुयेभी बहुत दूर चला जाता है।।।