कुण्डलनी meaning in Hindi
pronunciation: [ kunedleni ]
Examples
- ( हरीश जी हमारे ब्लाग मित्र हैं और उन्होंने कुण्डलनी के जागरण की प्रक्रिया समझाने के लिए हमें मेल भेजा है , जिसे पाठकों के सुलभ सन्दर्भ के लिए हम प्रस्तुत कर रहे हैं लिमटी खरे )
- इस देवी की प्रतिमा की पंचोपचार सहित पूजा करके जो साधक स्वाधिष्ठान चक्र ( Swadhisthan Chakra ) में मन को स्थापित करता है उसकी साधना सफल हो जाती है और व्यक्ति की कुण्डलनी शक्ति जागृत हो जाती है .
- इस चेतना के कारण वह सोसाइटी के सचिव हुये या सोसाइटी के सचिव होने के बाद उनकी पर्यावरणीय कुण्डलनी जागृत हुयी , ठीक ठीक कहना कठिन है पर उनके पर्यावरणीय प्रयोगों की चाह ने सोसाइटी में कई बार उत्सुकता, भय और सुख की त्रिवेणी बहायी है।
- मानव धर्म प्रसार के ध्वज में अर्ध चन्द्र और बिन्दु श्वेत रंग का है | योगी पुरुष की कुण्डलनी जब जग कर चक्रों का भेदन करके त्रिकुटी चक्र पर पहुंचती है उस समय का वर्णन गुरुनानक देव जी ने अपने दिव्य ग्रन्थ में इस प्रकार किया है-
- जो साधक योग साधना कर रहे हैं उनके लिए यह दिन इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि इस दिन कुण्डलनी जागृत करने हेतु स्वाधिष्ठान चक्र ( Swadhisthan Chakra ) से एक चक्र आगे बढ़कर मणिपूरक चक्र ( Manipurak Chakra ) का अभ्यास करते हैं . इस दिन साधक का मन ‘ मणिपूर ' चक्र में प्रविष्ट होता है .
- ज्ञान चक्षु शीघ्र खोलने हों , कुण्डलनी जाग्रत करनी हो तो बिना कुछ सोचे समझे विवाह कर लीजिये और यदि विवाह कर चुके हों तो अपनी धर्मपत्नी की बातों को ध्यानपूर्वक सुनना प्रारम्भ कर दीजिये।“सर नयी- नवेलियो के लिए अच्छा सुझाव दिया है आप ने !वैसे मैंने बहुतो को कहते सुना है - ” जब से शादी हुयी है सारे के सारे बुद्धि...मंद ! मजे की बात आप ने बताई है ! धन्यवाद ....
- ज्ञान चक्षु शीघ्र खोलने हों , कुण्डलनी जाग्रत करनी हो तो बिना कुछ सोचे समझे विवाह कर लीजिये और यदि विवाह कर चुके हों तो अपनी धर्मपत्नी की बातों को ध्यानपूर्वक सुनना प्रारम्भ कर दीजिये।“सर नयी- नवेलियो के लिए अच्छा सुझाव दिया है आप ने !वैसे मैंने बहुतो को कहते सुना है - ” जब से शादी हुयी है सारे के सारे बुद्धि...मंद ! मजे की बात आप ने बताई है ! धन्यवाद ....
- संत ने कहा कि फ़िर उसके बाद तीन साल तक गुरू ने देखा भी नहीं और तीन वर्ष बीत चले सत्संग करते - करते , ध्यान करते - करते और फ़िर छे साल के बाद गुरू ने पूछा - कैसे हो ? और बोला जिस दिन कहा कैसे हो तो साथ ही उन्होंने अपना हाथ मेरे सर पर रखा भीतर चक्र जागृत हो गया , कुण्डलनी जागृत हो गई , समाधि हो गई जैसे हजारों सूर्य निकल आए ऐसा प्रकाश अन्दर हो गया ।
- संत ने कहा कि फ़िर उसके बाद तीन साल तक गुरू ने देखा भी नहीं और तीन वर्ष बीत चले सत्संग करते - करते , ध्यान करते - करते और फ़िर छे साल के बाद गुरू ने पूछा - कैसे हो ? और बोला जिस दिन कहा कैसे हो तो साथ ही उन्होंने अपना हाथ मेरे सर पर रखा भीतर चक्र जागृत हो गया , कुण्डलनी जागृत हो गई , समाधि हो गई जैसे हजारों सूर्य निकल आए ऐसा प्रकाश अन्दर हो गया ।