क़र्ज़ लेना meaning in Hindi
pronunciation: [ kerej laa ]
Examples
- और सुधार के लिए क़र्ज़ लेना , और दूसरी श्रेणी यह है कि अपनी व्यक्तिगत ज़रूरत को पूरी करने के लिए
- लेकिन जिस इंसान को इल्म हो या गुमान हो कि वह अपने क़र्ज़े की अदायगी नही कर सकता , उस के लिए क़र्ज़ लेना वाजिब नही है।
- और क्या मुझे इसमें कोई पुण्य मिलेगा ? या चूँकि बैंक से क़र्ज़ लेना हराम है इसलिए इस काम में मुझे कोई नेकी नहीं मिलेगी ?
- भारत के अनेक इलाक़ों में लाखों-करोड़ों ऐसे लोग हैं जिन्हें रोज़मर्रा की ज़रूरतें पूरी करने के लिए क़र्ज़ लेना पड़ता है मगर वो क़र्ज़ अक्सर उनकी पूरी ज़िन्दगी…
- और चूंकि “ क्रेडिट कार्ड ” के द्वारा क़र्ज़ लेना हराम ( निषिद्ध ) है , इसलिए उस के ऋण को ज़कात के पैसे से चुकाना जाइज़ नहीं है।
- ऐसे माहौल में आम लोगों और कारोबारी इकाइयों के लिए क़र्ज़ लेना मुश्किल हो जाता है क्योंकि क़र्ज़ देने के लिए बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों के पास धन ही नहीं होता है .
- सरकार ने पिछले साल अक्तूबर से अबतक व्याज दर में चार बार इज़ाफ़ा किया ताकि क़र्ज़ लेना और कठिन हो जाए लेकिन इन तमाम कोशिशों के बावजूद महगाई में कोई कमी नहीं हो पा रही है।
- श्री राजीव भाई कहते है १९४७ तक भारत ऐसा देश था जिसपर १ रूपया भी कर्जा नही था फिर १९५२ में हमारी सर्कार ने विदेशी क़र्ज़ लेना सुरु कर दिया और क़र्ज़ देने वालो ने . ..
- इसके लिए सरकार ने पिछले साल अक्तूबर से अबतक व्याज दर में चार बार इज़ाफ़ा किया ताकि क़र्ज़ लेना और कठिन हो जाए लेकिन इन तमाम कोशिशों के बावजूद मंहगाई में कोई कमी नहीं हो पा रही है।
- ऐसा भी नहीं है कि सब अपनी हैसियत के एतेबार से ऐसे खाने पकवाते हों बल्कि शादियों में ऐसे खानों का इन्तेज़ाम करने वालों में अक्सर ऐसे लोग होते हैं जिन को ऐसा करने के लिए क़र्ज़ लेना पड़ता है।