आर्ष विवाह meaning in Hindi
pronunciation: [ aares vivaah ]
Examples
- 3 . आर्ष विवाह : यह प्राचीन काल में सन्यासियों तथा ऋषियों में गृहस्थ बनने की इच्छा जागने पर विवाह की स्वीकृत पध्दति थी।
- 3 . आर्ष विवाह : यह प्राचीन काल में सन्यासियों तथा ऋषियों में गृहस्थ बनने की इच्छा जागने पर विवाह की स्वीकृत पध्दति थी।
- आठ विवाह- देव विवाह , ब्रह्म विवाह, आर्ष विवाह, आसुर विवाह, पैशाच विवाह, गान्धर्व विवाह, स्वयंवर अष्ट सखियाँ (राधा की)- ललिता, विशाखा, चित्रा, चम्पकलता, इन्दुलेखा, तुंगविद्या, रंगदेवी, वसुदेवी
- ब्राह्म विवाह , दैव विवाह , आर्ष विवाह और प्राजापत्य विवाहों को धर्म विवाह कहा गया है और ये समाज द्वारा स्वीकृत विवाह होने के कारण उत्तम विवाह कहे गए।
- ब्राह्म विवाह , दैव विवाह , आर्ष विवाह और प्राजापत्य विवाहों को धर्म विवाह कहा गया है और ये समाज द्वारा स्वीकृत विवाह होने के कारण उत्तम विवाह कहे गए।
- अर्थात् ” जो किसी ने आर्ष विवाह में दो बैल लेने को कहा हैं वह मिथ्या ही हैं , क्योंकि ऐसा करने से चाहे थोड़ा हो या बहुत कन्या विक्रय तो हो ही गया।
- विवाह को ले कर जनजातियों के बीच नीयम जटिल नहीं थे और तब पाँच प्रकार के विवाह प्रचलित थे - आर्ष विवाह ( वर से शुल्क लिया जाता था ) , आसुर विवाह ( वर कन्या के माता पिता को धन दे कर कन्या को खरीदता है ) , राक्षस विवाह ( वधू का अपहरण किया जाता है ) , पैशाच विवाह ( बलात पतित्व का अधिकार पाया जाता है ) तथा गान्धर्व विवाह ( माता पिता की अनुमति से प्रेम विवाह ) ।