अव्यक्त भाव meaning in Hindi
pronunciation: [ aveyket bhaav ]
Examples
- भावार्थ : उस अव्यक्त से भी अति परे दूसरा अर्थात विलक्षण जो सनातन अव्यक्त भाव है, वह परम दिव्य पुरुष सब भूतों के नष्ट होने पर भी नष्ट नहीं होता॥20॥
- कही ना कही प्रकति में चीज़े अव्यक्त भाव से छुपी रहती है और वक्त आने पे कोई ना कोई उनका माध्यम बन जाता है उनको यथार्थ के धरातल पे लाने का .
- कही ना कही प्रकति में चीज़े अव्यक्त भाव से छुपी रहती है और वक्त आने पे कोई ना कोई उनका माध्यम बन जाता है उनको यथार्थ के धरातल पे लाने का .
- चिदाकाश में , ॐ १ ३ रूप में , वह निःसंग ही स्वयं व्यक्त था ॥ ८ - जीव प्रकृति सद - नासद , चेतन , मूल अपः , अव्यक्त भाव में ।
- चिदाकाश में , ॐ १ ३ रूप में , वह निःसंग ही स्वयं व्यक्त था ॥ ८ - जीव प्रकृति सद - नासद , चेतन , मूल अपः , अव्यक्त भाव में ।
- यही अव्यक्त भाव रुप प्रेम सात्विक , राजस और तामस इन तीन गुणों के प्रभाव से विविध विकारों के रुप में बुद्धि में प्रतिबिंबित होता है और व्यवहार में व्यक्त होता है ।
- भावार्थ : जो अव्यक्त 'अक्षर' इस नाम से कहा गया है, उसी अक्षर नामक अव्यक्त भाव को परमगति कहते हैं तथा जिस सनातन अव्यक्त भाव को प्राप्त होकर मनुष्य वापस नहीं आते, वह मेरा परम धाम है॥21॥
- भावार्थ : जो अव्यक्त 'अक्षर' इस नाम से कहा गया है, उसी अक्षर नामक अव्यक्त भाव को परमगति कहते हैं तथा जिस सनातन अव्यक्त भाव को प्राप्त होकर मनुष्य वापस नहीं आते, वह मेरा परम धाम है॥21॥
- जैसे भाव हैं हमारे वैसे व्यक्त शब्द न हो पायें तो भी लगता है कि हमने जो कुछ लिखा और कहा उससे बात नहीं बनी अपने ही हृदय की तस्वीर अस्पष्ट नजर आती अव्यक्त भाव धीरे-धीरे दुर्गन्ध देने लगते और हम भीड़ में भी स्वयं को अकेला पाते
- धर्म का मर्म कौन जानना चाहता है जो किताबें पढ़कर उसे समझा जाए पर उसके बिना भी नहीं जमता विद्वता का रंग , इसलिए सभी ने गढ़ ली अपनी परिभाषाएं , पहले बढ़ाते लोगों की अव्यक्त अभिलाषाएं , फिर उपदेश बेचकर लाभ कमाएं , इंसान चाहे कितने भी पत्थर जुटा ले लोहे और लकडी के सामान भी उसका पेट भर सकते हैं पर मन में अव्यक्त भाव कहीं व्यक्त होने के लिए तड़पता हैं जिसका धर्म के साथ बड़ी सहजता से होता सं ग.