अनुत्तम meaning in Hindi
pronunciation: [ anutetm ]
Examples
- परं भावमजानन्तो ममाव्ययमनुत्तमम् ॥ भावार्थ : बुद्धिहीन पुरुष मेरे अनुत्तम अविनाशी परम भाव को न जानते हुए मन-इन्द्रियों से परे मुझ सच्चिदानन्दघन परमात्मा को मनुष्य की भाँति जन्मकर व्यक्ति भाव को प्राप्त हुआ मानते हैं॥ 24 ॥ नाहं प्रकाशः सर्वस्य योगमायासमावृतः ।
- इसकी महत्ता को जानकर पाश्चात्य विद्वानों ने भी स्पष्ट शब्दों में इसे “मानवीय बुद्धि का महानतम कीर्तिस्तंभ” , “मानवीय बुद्धि का आश्चर्यजनक नमूना”, “मानवीय बुद्धि की महत्त्वपूर्ण अभिव्यक्ति”, “मानवीय मस्तिष्क की अनुत्तम रचना”, “मानवीय बुद्धि का महत्त्वपूर्ण आविष्कार” कहकर इसकी प्रशंसा की है ।
- रही समेटे अलंकार क्यॉ लज्जामयी विधु-सी ? बिखर पड़ी क्यॉ नहीं कुट्टमित, चकित, ललित,लीला में? बरस गई क्यॉ नहीं घेर सारा अस्तित्व दयित का मैं प्रसन्न,उद्दाम, तरंगित, मदिर मेघ-माला-सी? हार गई मैं हाय! अनुत्तम, अपर ऋद्धि जीवन की प्राणॉ के प्रार्थना-भवन में बैठी ध्यान लगाकर.
- हिंदुस्तान , कानपुर से जुड़े जिलों से कई का इस्तीफा अनुत्तम, पणिनी, कलोल, सिद्धार्थ एवं रोहित के बारे में नई जानकारियां हिंदुस्तान से अजीत का इस्तीफा, मंगलम का तबादला 'अभी तक' में नहीं, 'हरियाणा न्यूज' में गए उमेश जोशी, जागरण रांची से मुकेश का इस्तीफा
- यही प्रमाण गीता अध्याय 7 श्लोक 24 . 25 में है जिसमें गीता ज्ञान दाता प्रभु ने कहा है कि बुद्धिहीन जन समुदाय मेरे उस घटिया ( अनुत्तम ) विद्यान को नहीं जानते कि मैं कभी भी मनुष्य की तरह किसी के सामने प्रकट नहीं होता।
- रही समेटे अलंकार क्यॉ लज्जामयी विधु-सी ? बिखर पड़ी क्यॉ नहीं कुट्टमित , चकित , ललित , लीला में ? बरस गई क्यॉ नहीं घेर सारा अस्तित्व दयित का मैं प्रसन्न , उद्दाम , तरंगित , मदिर मेघ-माला-सी ? हार गई मैं हाय ! अनुत्तम , अपर ऋद्धि जीवन की प्राणॉ के प्रार्थना-भवन में बैठी ध्यान लगाकर .
- रही समेटे अलंकार क्यॉ लज्जामयी विधु-सी ? बिखर पड़ी क्यॉ नहीं कुट्टमित , चकित , ललित , लीला में ? बरस गई क्यॉ नहीं घेर सारा अस्तित्व दयित का मैं प्रसन्न , उद्दाम , तरंगित , मदिर मेघ-माला-सी ? हार गई मैं हाय ! अनुत्तम , अपर ऋद्धि जीवन की प्राणॉ के प्रार्थना-भवन में बैठी ध्यान लगाकर .
- अतुलनीय , अद्वितीय , अनोखा , असाधारण , लाजवाब , बेजोड़ , बेमिसाल , निराला , न्यारा , अप्रतिम , अजोड़ , अतुल , अतुलित , अद्वैत , एकल , अनन्यसाधारण , सर्वोकृष्ट , अनुत्तम , उपमारहित , अपूर्व , वहीद , अप्रतिमान , अप्रतिरूप , अप्रतुल , अभूत ; जिसकी बराबरी का और कोई न हो 11 .
- अतुलनीय , अद्वितीय , अनोखा , असाधारण , लाजवाब , बेजोड़ , बेमिसाल , निराला , न्यारा , अप्रतिम , अजोड़ , अतुल , अतुलित , अद्वैत , एकल , अनन्यसाधारण , सर्वोकृष्ट , अनुत्तम , उपमारहित , अपूर्व , वहीद , अप्रतिमान , अप्रतिरूप , अप्रतुल , अभूत ; जिसकी बराबरी का और कोई न हो 11 .
- जिस प्रकार ऋतुकाल में भूमि में रोपित वृक्ष के बीज का पनपना , फैलना तथा वृक्ष का आकार लेना बीजारोपण के अनुकूल-प्रतिकूल समय, जल, वायु एवं खाद पर निर्भर करता है उसी प्रकार स्त्री के गर्भ में मनुष्य के बीज का उत्तम- अनुत्तम निर्माण, विकास, भ्रूण में पुण्यात्मा-दुष्टात्मा का प्रवेश गर्भधारण के अनुकूल-प्रतिकूल समय, वातावरण एवं भोजनादि पर निर्भर करता है ।