×

प्रसंगानुकूल sentence in Hindi

pronunciation: [ prasamganukul ]
प्रसंगानुकूल meaning in English

Examples

  1. ये समस्त संकेत, विधान और अभिप्राय प्रतीकात्मक संकेत मात्र होते हैं और जब ये प्रसंगानुकूल और भावानुकूल होते हैं तो रचनाकार के मन्तव्य से पाठक के हृदय तक तादाम्य स्थापित करते हैं।
  2. अंत में प्रसंगानुकूल एक बात और जोड़ना चाहुंगा कि इस बात पर विचार होना चाहिए कि क्या दलित साहित्य वही होगा जो दलितों द्वारा लिखा गया हो जैसा कि अनेक दलित चिंतकों द्वारा कहा जाता है।
  3. अंत में प्रसंगानुकूल एक बात और जोड़ना चाहुंगा कि इस बात पर विचार होना चाहिए कि क्या दलित साहित्य वही होगा जो दलितों द्वारा लिखा गया हो जैसा कि अनेक दलित चिंतकों द्वारा कहा जाता है।
  4. गाथा को अंचल की प्रचलित लोक धुनों में बांधा और पूरी सजधज के साथ प्रसंगानुकूल एकल अभिनय की शुरूआत हुई, जिसका चरमोत्कर्ष आज भी विश्व विख्यात पंडवानी गायिका पद्मभूषण तीजन बाई में देखा जा सकता है ।
  5. कहानी में प्रतीकों, बिम्बों, संकेतों, चिन्तन-प्रधान, दृश्यात्मक, पात्रानुकूल व प्रसंगानुकूल भाषा और शैलियों के अन्तर्गत वर्णनात्मक, पूर्वदीप्ति, संवादात्मक वार्तालाप,पत्र शैली आदि का प्रयोग भाषा के सौंदर्य की अभिवृद्धि करने तथा स्वाभाविकता प्रदान करने में सहायक सिद्ध हुआ है
  6. ब्लाग बनाने से पहले गुग्गल में जाकर जी मेल बना ब्लागर डोट कोम पर जा क्रियेट ब्लाग में अपना ईमेल पास वर्ड देकर खुलने वाली तमाम विंडों की क्रमशा जानकारी देते हुए खासकर प्रसंगानुकूल चित्रों को लगाना आदि बताया.
  7. गाथा को अंचल की प्रचलित लोक धुनों में बांधा और पूरी सजधज के साथ प्रसंगानुकूल एकल अभिनय की शुरू आत हुई, जिसका चरमोत् कर्ष आज भी विश् व विख् यात पंडवानी गायिका पद्मभूषण तीजन बाई में देखा जा सकता है ।
  8. @ अली जी, यहां गणेश विषय-वस्तु नहीं आधार मात्र हैं, ' स् वतंत्रता की अभिव् यक्ति ' और ' अभिव् यक्ति की स् वतंत्रता ' को यथासंभव संक्षेप में प्रसंगानुकूल स् थानीय संदर्भों के साथ जोड़कर रेखांकित करने के लि ए.
  9. जाति-विभेदीकरण, धार्मिकता पर प्रश्न-चिह्न, कलात्मकता और प्रतिभा, शिक्षा और साक्षरता पर सवाल, गौतम नामक पात्र का मनोवैज्ञानिक अध्ययन, शिल्प और भाषा प्रयोग, भावानुकूल, प्रसंगानुकूल प्रयोग आदि … कुछ ऐसे मुख्य मुद्दे रहे जिनपर प्रकाश डाला गया.
  10. ऐसा नहीं है कि देश-दुनिया के मामलात और मसले उसे प्रभावित नहीं करते लेकिन जब उन पर प्रतिक्रिया और प्रसंगानुकूल प्रकटीकरण की बात आती है तब वह सबसे पहले अपने तरीके से अपनी बात कहने की कोशिश करता हैं, यही उसकी खूबी, खासियत व खरापन है.
More:   Prev  Next


PC Version
हिंदी संस्करण


Copyright © 2023 WordTech Co.