×

उद्बोधक sentence in Hindi

pronunciation: [ udbodhak ]
उद्बोधक meaning in English

Examples

  1. बड़े पैमाने पर शुद्ध रूपवाद के आनंद का सम्मोहन, अहं केन्द्रित चेतना की रहस्यात्मकता से लगाव, रूमानी मिथकों और कल्पित आख्यानों के बहकावों के साथ ‘ कला के लिए कला ' के उद्बोधक सौंदर्यशास्त्रियों द्वारा अभिकल्पित गजदंती मीनारों का निर्माण होने लगा।
  2. इंटरनैशनल म्युज़ियम ऑफ नैटिविटी (International Museum of Nativity) की रचना यूनाइटेड नेशन्स एज्युकेशनल, साइंटिफिक एंड कल्चरल ऑर्गनाइज़ेशन (United Nations Educational, Scientific and Cultural Organization) (यूनेस्को) (UNESCO) द्वारा “एक उद्बोधक वातावरण में उच्च कलात्मक गुणवत्ता” के कार्यों के प्रदर्शन के उद्देश्य से की गई थी.
  3. इसके अगले चरण के रूप में निश्चय किया गया कि राष्ट्र व विश्व के नवनिहालों, किशोरों, युवाओं एवं उनके अभिभावकों को वैज्ञानिक अध्यात्म जटिल दर्शन या दुरूह विज्ञान के रूप में नहीं, बल्कि प्रेरक, रोचक, उद्बोधक कथाओं के रूप में बताया जाय।
  4. भगवद् दृष्टा युगपुरुष स्वामी विवेकानंद, आदिशंकराचार्य पं. महेश चंद्र भट्ट आध्यात्मिक और धार्मिक मूल्यों का अधोपतन तथा चारित्रिक और नैतिक सिद्धांतों का अवमूल्यन जब-जब होता है तब-तब महान दृष्टा, संत, समाजसुधारक, अध्यात्म के उद्बोधक संत पुरुष इस धरा पर आविर्भूत होते हैं और धर्म का अभ्युदय करते हैं।
  5. तेज अर्थात् अग्नि तत् व-यह भी रूप अर्थात् नेत्र से जाना जाने वाले गुण की बोधक शक्ति, वायु-अर्थात् स् पर्श (छूने) के विषय का उद्बोधक गुण, आकाश-अर्थात् यावत् दृश् य और अदृश् य वस् तु के हिलने चलने आदि की अवकाश दायक शक्ति, जिसे शब् द गुण कहते हैं।
  6. बड़े पैमाने पर शुद्ध रूपवाद के आनंद का सम्मोहन, अहं केन्द्रित चेतना की रहस्यात्मकता से लगाव, रूमानी मिथकों और कल्पित आख्यानों के बहकावों के साथ ‘कला के लिए कला' के उद्बोधक सौंदर्यशास्त्रियों द्वारा अभिकल्पित गजदंती मीनारों का निर्माण होने लगा।'' हिन्दी में भी नई कविता के दौर में यही सब दिखाई देता है और रूपवादी शिल्प और कला के लिए कला का नारा भी दिया गया था।
  7. इन में सर्व प्रथम है-आत्म-संस्कृति-गौरव भावना, दूसरा है-आध्यात्मिक रूप से समृद्घ अपने साहित्य के प्रति असीम अनुराग, तीसरा है-दार्शनिक क्षेत्र में कभी किसी की वैचारिक स्वतंत्रता को प्रतिबंधित न करने की भारत की वैज्ञानिक सोच, चौथा है-विभिन्न संप्रदायों के मध्य अनुकरणीय सामंजस्य स्थापित करने का अनूठा भाव और पांचवा है जो विश्व में केवल और केवल भारत के पास है-स्वराज्य का आत्मप्रेरक और उद्बोधक तत्व।
  8. महाराजा शब्द, वस्तुतः ‘'महान राजा', शान-शौकत एवं वैभव की छवि पेश करता है| पगड़ी पहने हुए एक रत्नजड़ित राजा की छवि जिसके पास पूर्ण प्राधिकार और अपरिमित दौलत है| वह व्यापक और उद्बोधक है परंतु वह भारत के सांस्कृतिक एवं राजनीतिक इतिहास में अपनी भूमिका को सही तरह से निभाने में असफल रहा| महाराजा: द स्प्लेनडर ऑफ इनडियाज रॉयल कोर्ट्स, महाराजाओं की दुनिया और उनके विशेष बहुमूल्य संस्कृति का पुनः परीक्षण करती है|
  9. और कितने हिन्दी पत्रकारों ने संपादक पद छोड़ने के बाद भी सोद्देश्य, समर्पित, मूल्यसंचालित, सतत सक्रिय, सतत प्रेरक, सतत उद्बोधक ढंग से वैश्वीकरण की अनंत उपभोगवादी मरीचिका के पीछे भागते भारत के लोक को अपनी सनातन प्रज्ञा, अपनी लोकमनीषा, अपने गांधी, अपनी लोकशक्ति की ओर देखने और लौट कर एक नए भारत का एक नया सपना फिर से देखने का ऐसा मरणपर्यंत यज्ञ किया है?
More:   Prev  Next


PC Version
हिंदी संस्करण


Copyright © 2023 WordTech Co.