रोग-विषयक sentence in Hindi
pronunciation: [ rog-visayak ]
Examples
- में एंटीबॉडी के सीरमीय परीक्षण शायद ही कभी उपयोगी साबित होते हैं और रोग-विषयक प्रयास [26] में इनका नियमित रूप से इस्तेमाल नहीं किया जाता है लेकिन ये महामारी विज्ञान के अध्ययनों में महत्वपूर्ण होते हैं.
- ब्रोन्किइक्टेसिस का निदान बिना सीटी स्कैन पुष्टि के भी किया जा सकता है अगर रोग-विषयक इतिहास स्पष्ट रूप से श्वसन संक्रमण के साथ रक्त और बलगम परीक्षण नमूनों के माध्यम से अंतर्निहित समस्या की पुष्टि करें.
- ब्रोन्किइक्टेसिस का निदान बिना सीटी स्कैन पुष्टि के भी किया जा सकता है अगर रोग-विषयक इतिहास स्पष्ट रूप से श्वसन संक्रमण के साथ रक्त और बलगम परीक्षण नमूनों के माध्यम से अंतर्निहित समस्या की पुष्टि करें. [2]
- एचएसवी (HSV) में एंटीबॉडी के सीरमीय परीक्षण शायद ही कभी उपयोगी साबित होते हैं और रोग-विषयक प्रयास में इनका नियमित रूप से इस्तेमाल नहीं किया जाता है लेकिन ये महामारी विज्ञान के अध्ययनों में महत्वपूर्ण होते हैं.
- यद्यपि इन प्रक्रियाओं द्वारा किया जाने वाला रोग-परीक्षण बहुत अधिक संवेदनशील और विशिष्ट होता है, लेकिन फिर भी इन प्रक्रियाओं की ऊंची लागत और समय की कमी, रोग-विषयक इलाज़ के नियमित प्रयोग को हतोत्साहित कर देते हैं.
- प्राथमिक ओरोफेसियल परिसर्प की तत्काल पहचान उन व्यक्तियों के रोग-विषयक परीक्षा के माध्यम से की जाती है जिन्हें कभी घाव नहीं हुआ है और जो कभी ज्ञात एचएसवी-1 (HSV-1) संक्रमण वाले किसी व्यक्ति के संपर्क में आया है.
- ब्रिटेन में हुए एक अध्ययन के अनुसार नवजात शिशुओं में रोग-विषयक लक्षणों की पहचान के द्वारा शुरुआती दौर में ही गंभीर बीमारियों का पता लगाया जा सकता है ताकि उन्हें समय रहते अस्पताल में भर्ती करवाया जा सके।
- अपने रोग-विषयक कार्य के शुरू में ही उन्होंने अपने हाथों के बीच ऊर्जा के एक तीव्र प्रवाह को अनुभव किया, जब उन्होंने अपने हाथ को दर्दकारक शरीर के अंगों पर रखा, दर्द कम हो गया एवम कभी-कभी मरीजों को दर्द से छुटकारा भी दिलाया।
- तमाम वर्षों के दौरान मनोवैज्ञानिकों को नैदानिक (यां रोग-विषयक) अनुभन प्राप्त होता है और चिकित्सा में परास्नातक (एमडी) आमतौर पर बौद्धिक स्टार पर सिधार करते हैं जिससे कि दोनों के मध्य प्रतिस्पर्धा में एक प्रकार से समानता आ जाती है.
- दुर्घटना या बीमारी के गंभीर मामलों में जहां रोगी के रोग-विषयक हालत, बेहोश आदि होने के कारण सीधे मान्यताप्राप्त अस्पतालों में दाखिल होने पर रोगी के क.रा.बी. का मरीज होने की पहचान करना संभव नहीं हुआ हो और अस्पताल प्राधिकारियों ने अस्पताल का खर्च सीधे रोगी या नियोक्ता से वसूला हो