×

उभयपक्षीय sentence in Hindi

pronunciation: [ ubhayapaksiya ]
उभयपक्षीय meaning in English

Examples

  1. मगर यह सोच पाना कठिन है कि क्या आज का भारत इस हालत में है भी कि वह अपने अमेरिकी साझीदारों की मर्जी के खिलाफ उस देश के साथ स्वाधीन उभयपक्षीय संबंधों का निर्वाह कर सकता है?
  2. आस्था और विश्वास के प्रतीक के रूप में भगवान श्रीराम की जो छवि है वह अद्वितीय है पर उनके जीवन चरित्र को लेकर आए दिन जो वाद-विवाद होते हैं और मैं उनमें उभयपक्षीय तर्क देखता हूं तो मुझे हंसी आती है।
  3. आस्था और विश्वास के प्रतीक के रूप में भगवान श्रीराम की जो छवि है वह अद्वितीय है पर उनके जीवन चरित्र को लेकर आए दिन जो वाद-विवाद होते हैं और मैं उनमें उभयपक्षीय तर्क देखता हूं तो मुझे हंसी आती है।
  4. लगता है कमबख्त विद्युत् व्यवस्था भी संवाद के विरोध में है) आदरणीय तिवारी जी उभयपक्षीय अपेक्षायें... उत्तर... दक्षि ण... हैं किन्तु घोषित उद्देश्य केवल एक, जनकल्याण, अतः मुझे अपना कथन संवाद पर ही रोकना होगा!
  5. स-प्रश्नगत परिवाद पर समयान्तर्गत लिखित रूप से अभिकथन / उत्तर दाखिल होने / दाखिल न होने की स्थिति में उभयपक्षीय सुनवाई के लिए विकलांग जन अधिनियम-1995 की धारा-62 के अन्तर्गत उपस्थिति हेतु तिथि एवं समय निर्धारित कर वादी एवं परिवादी को सम्मन जारी किया जाता है।
  6. इन तथ्यों पर गहराई से विचार किया जाय तो इस निष्कर्ष पर पहुँचना पड़ता है कि नर और नारी के कलेवर करती और बदलती रहने पर भी आत्मा की स्थिति दोनों से ऊपर है अथवा उभयपक्षीय सम्भावनाओं से भरपूर है जो आज नर है वह कल नारी बनना पड़ सकता है ।।
  7. फिर वह कौन सा डर था कि अगस्त 2012 में अधोहस्ताक्षरी के लेख को प्रकाशित तो किया गया-यह दिखाने के लिए कि हम बडे़ ‘ लोकतांत्रिक ' है (!)-मगर उसके ज़रूरी बड़े हिस्से को काट दिया गया? यह जर्नलिस्टिक एथिक्स के खिलाफ़ था, जिसके अंर्तगत सम्पादक उभयपक्षीय रहने के लिए बाध्य होता है।
  8. प्रधानमंत्री के समर्थक-प्रशंसक यह कहते रहे हैं कि तेहरान जाकर मनमोहन सिंह यह दर्शाना चाहते थे कि भारत ईरान के साथ रिश्ते बेहतर बनाना चाहता है, उभयपक्षीय व्यापार बढ़ाना चाहता है तथा चारबहार बंदरगाह के विकास के लिए सहायता की पेशकश कर अफगानिस्तान तक पहुंचने का एक और ऐसा मार्ग खोलना चाहता है, जो पाकिस्तान के संबंधों के उतार-चढ़ाव से प्रभावित न हो।
  9. यथार्थतः परमतत्त्वं (आत्मतत्त्वं) रूप शब्द-ब्रह्म न ज्योति होता है और न अन्धकार, न सत्य होता है और न असत्य, न चेतन होता है और न जड़, न दिन होता है न रात, अर्थात् वह इन समस्त उभयपक्षीय नामों से सर्वथा विलक्षण होता है, जिससे इन सबकी उत्पत्ति होती है और वह इन सबका उपास्य देव है।
  10. (९) अब की अपेक्षा कहीं सुखद और सरल-परिस्थितियों का निर्धारण कैसे किया जाए? (१ ०) सहकारिता और सद्भावना का क्षेत्र कैसे बढ़े? (११) तत्त्वदर्शन-क्षेत्र में परिष्कार विरोधी मान्यताओं का समीकरण कैसे किया जाए? (१ २) राजतंत्र और धर्मतंत्र की उभयपक्षीय समर्थ शक्तियों को किस प्रकार नये युग के अनुरूप साँचे में ढाला जाए?
More:   Prev  Next


PC Version
हिंदी संस्करण


Copyright © 2023 WordTech Co.