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नाइट्रोजन स्थिरीकरण sentence in Hindi

pronunciation: [ naitrojan sthirikaran ]
नाइट्रोजन स्थिरीकरण meaning in English

Examples

  1. जीवाश्म ईधन पर निर्भरता कम करने के लिए जैव उर्वरकों के उपयोग हेतु जैव नाइट्रोजन स्थिरीकरण की सफलता इन बाधाआें से निपटने पर निर्भर करती है ।
  2. नाइट्रोजन स्थिरीकरण जीवाणु के न होने पर दलहनीफसलों की जड़ों में ग्रंथिकाएं नहीं बनती और न ही वायु-~ मंडल की नाइट्रोजन काकोई लाभ पौधों को मिल पाता है.
  3. दालों के फूलों पर गिरकर गाजर घास के परागकण एक ऐसा रसायन उत्सर्जित करते हैं जिससे पौधे की जड़ों में नाइट्रोजन स्थिरीकरण करने वाले बैक्टीरिया निष्प्रभावी हो जाते हैं।
  4. इस संदर्भ में यहजरूरी है कि नाइट्रोजन स्थिरीकरण के लिए प्रयुक्त जीवाणुओं में इन रसायनों केप्रतिरोधक गुण मौजूद हों, जिससे वे इनकी उपस्थिति में भी अपना कार्यप्रभाव-~ शाली ढंग से करते रहें.
  5. एक--नाइट्रोजन स्थिरीकरण करने वालेजीवाणुओं की कार्यक्षमता को बढ़ाना, और दूसरा, इन जीवाणुओं की सहजीवी फसलों (पोषी) में वृद्धि करना जिससे न केवल दलहनी बल्कि अन्य फसलों को भी इन जीवाणुओंसे लाभ हो सके.
  6. पोषी पौधे (दलहन) तथा जीवाणु के बीच नाइट्रोजन स्थिरीकरण व सहजीविता कीप्रक्रिया के भेद तथा अंतक्रिया को समझने के लिए आवश्यक है कि पोषी तथा जीवाणुदोनों की शरीर-क्रियात्मक पूरी जानकारी वैज्ञा-~ निकों के पास हो.
  7. वे परपोषी होते हैं, [3] सामान्यतया एक आंतरिक कक्ष में भोजन का पाचन करते हैं, यह लक्षण उन्हें पौधों व शैवाल से अलग बनाता है, (यद्यपि कुछ स्पंज प्रकाश संश्लेषण व नाइट्रोजन स्थिरीकरण में सक्षम हैं)
  8. राइजोबियम जीवाणु केवल दलहनीपौधों की जड़ों में ग्रंथिका में नाइट्रोजन स्थिरीकरण करते हैं फ्रेंकिया जातिके जीवाणु दलहनी फसलों के अतिरिक्त अधिकतर पौधों के तनों में नाइट्रोजन कास्थिरीकरण करते है, तथा ऐनाबीना प्रजाति के जीवाणु जलीय फर्न एजोला में पाएजाने वाले वायु प्रकोष्ठों में रह कर नाइट्रोजन का उपयोग करते हैं.
  9. इसके अंतर्गत निशा यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया-लॉस एंजिल्स (यूसीएलए) के मॉलिक्यूलर सेल एंड डवलपमेंट बायोलॉजी विभाग की प्रो. एन. हिर्सच के सान्निध्य में ग्रीन फ्लोरोसेंट प्रोटीन की सहायता से नाइट्रोजन स्थिरीकरण करने वाले नवीन जीवाणुओं की स्थानीय लेग्यूम के साथ सहजीविता एवं अंतर्संबंधों पर शोध करेगी।
  10. वे परपोषी होते हैं, सामान्यतया एक आंतरिक कक्ष में भोजन का पाचन करते हैं, यह लक्षण उन्हें पौधों व शैवाल से अलग बनाता है, (यद्यपि कुछ स्पंज प्रकाश संश्लेषण व नाइट्रोजन स्थिरीकरण में सक्षम हैं) वे भी पौधों, शैवालों और कवकों से विभेदित किये जा सकते हें क्योंकि उनमें कठोर कोशिका भित्ति का अभाव होता है, सभी जंतु गतिशील होते हैं, चाहे जीवन की किसी विशेष प्रावस्था में ही क्यों न हों.
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