×

नम्रता पूर्वक sentence in Hindi

pronunciation: [ namrata purvak ]
नम्रता पूर्वक meaning in English

Examples

  1. बहु ने नम्रता पूर्वक जवाब दिया-पिताजी, आपने जो भंडारा गरीबों के लिए खोल रखा है, उसमें भूखे, गरीब लोग तो किसी तरह अपना पेट भर लेते हैं ।
  2. सेनापति ने नम्रता पूर्वक कहा कि लडाइयॉ मात्र साधनों के बल पर ही नहीं जीती जा सकती हैं, बल्कि उस देश का आत्म विश्वास और सहयोग भी इसमें अपेक्षित होता है ।
  3. दूसरे दिन सब लोग एक साथ नाग के पास गए और नम्रता पूर्वक कहा-नाग राज आप इस स्थान से कहीं और जाकर रहने लगें, हमारे बच्चे खेल नही पाते हैं ।
  4. चिट्ठाकारा इंजी पेन्नु जो जिंजर एंड मैंगो नाम का चिट्ठा लिखती हैं, ने केरल्स.कॉम से बड़े ही नम्रता पूर्वक निवेदन किया कि उनके चिट्ठे से चोरी कर उठाई गई सामग्री को केरल्स.कॉम से हटा दिया जाए.
  5. मेहमान ने रूसो से आदर पूर्वक पूछा, “ महाशय आपने किस स्कूल में शिक्षा पाई है? ” इस पर उसने नम्रता पूर्वक उत्तर दिया, “ मैंने कई स्कूलों में शिक्षा पाई लेकिन मुसीबत के स्कूल में सबसे अधिक समय तक अध्ययन किया है. ”
  6. इस पर यह विचार करके कि मेरे साथ विशाल सेना है और सेना सहित मेरा आतिथ्य करने में वशिष्ठ जी को कष्ट होगा, विश्वामित्र जी ने नम्रता पूर्वक अपने जाने की अनुमति माँगी किन्तु वशिष्ठ जी के अत्यधिक अनुरोध करने पर थोड़े दिनों के लिये उनका आतिथ्य स्वीकार कर लिया।
  7. इस पर यह विचार करके कि मेरे साथ विशाल सेना है और सेना सहित मेरा आतिथ्य करने में वशिष्ठ जी को कष्ट होगा, विश्वामित्र जी ने नम्रता पूर्वक अपने जाने की अनुमति माँगी किन्तु वशिष्ठ जी के अत्यधिक अनुरोध करने पर थोड़े दिनों के लिये उनका आतिथ्य स्वीकार कर लिया।
  8. इस पर यह विचार करके कि मेरे साथ विशाल सेना है और सेना सहित मेरा आतिथ्य करने में वशिष्ठ जी को कष्ट होगा, विश्वामित्र जी ने नम्रता पूर्वक अपने जाने की अनुमति माँगी किन्तु वशिष्ठ जी के अत्यधिक अनुरोध करने पर थोड़े दिनों के लिये उनका आतिथ्य स्वीकार कर लिया।
  9. हम शुक्र गुजार है ममता दीदी के जिन्होंने अपने दल के सभी साथियों के साथ नम्रता पूर्वक प्रधान मंत्री के आग्रह को ठुकरा दिया आज सुबह सुबह शहीद खुदीराम बोस की शहादत भूमि मुज़फ्फरपुर के लोग किराना दुकानों पर इसके लिए ममता दीदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद दे रहे थे.
  10. जिसने काश्मीर और मैसूर के प्रश्न को हाथ में लेकर सफलता को पहुंचाया था ओर मैं अत्यन्त नम्रता पूर्वक कहना चाहता हूं कि ये दोनों बड़े घराने श्री दादाभाई नौरोजी के प्रयत्नों के लिए कम ऋणी नहीं है॥ अब तक भी उनके घरेलू और आन्तरिक मामलों में हस्तक्षेप न करके कांगे्रस उनकी सेवा का प्रयत्न करती रही है।
More:   Prev  Next


PC Version
हिंदी संस्करण


Copyright © 2023 WordTech Co.