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ज्ञान-पिपासा sentence in Hindi

pronunciation: [ jnyan-pipasa ]
ज्ञान-पिपासा meaning in English

Examples

  1. उनकी विदुशी ब्राह्मणी पत्नी रत्ना की संगत ने उनके भीतर भी ज्ञान-पिपासा जगा दी थी और जीवन-जगत को लेकर उपजी जिज्ञासाएं उन्हे ंबेचैन करने लगी थीं ।
  2. उनकी विदुशी ब्राह्मणी पत्नी रत्ना की संगत ने उनके भीतर भी ज्ञान-पिपासा जगा दी थी और जीवन-जगत को लेकर उपजी जिज्ञासाएं उन्हे ंबेचैन करने लगी थीं ।
  3. नवीनतम प्रोफेशनल विकासों के बारे में उत्कट ज्ञान-पिपासा रखने वाले डॉ. चौधरी को अप्रैल,2013 में आईआईटी दिल्ली द्वारा “ परफॉरमेंस असेसमेंट ऑफ़ इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स ” में डाक्टरेट की उपाधि प्रदान की गई।
  4. सत् काम जाबाल की यह कहानी या जीवनी, जो भी हो, कम से कम उसकी गुरूभक्ति, ज्ञान-पिपासा, जीवन के अर्थ प्रकृति से खोजने की नैसर्गिक प्रवृत्ति का दर्शन तो कराती ही है।
  5. वैसे तो सखी में वह सब कुछ है, जो एक पाठक की ज्ञान-पिपासा को शांत करता है, लेकिन पत्रिका के अक्टूबर अंक में प्रकाशित कहानियां अजन्मा और एक लडकी नाव सी अत्यंत मार्मिक और सामयिक हैं।
  6. इस कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यालय की छात्र-छात्राओं ने देश के जाने-माने लेखकों-श्रीमती क्षमा शर्मा-कार्यकारी संपादक नंदन, श्रीमती सुरेखा पाणंदीकर एवं द्विजेन्द्र कुमार सम्पादकीय सहायक 'पाठक मंच बुलेटिन' से उनकी लेखन प्रक्रिया, उपलब्धियों एवं उनकी रचनाओं के बारे में अनेक प्रश्न पूछकर अपनी ज्ञान-पिपासा को शान्त किया।
  7. मानव की अन्तरिक्ष में विचरण करने की मिथकीय एवं उदात्त महत्वाकांक्षा, तथा पिछली शताब्दी की चांद तक उड़ने की मूखर्तापूर्ण लगने वाली कथाएं अब अदम्य साहसी वास्तविकता में बदल चुकी हैं और साहसी एवं जिज्ञासु मानव की ज्ञान-पिपासा को पूर्ण करने के लिए अब अन्तरिक्ष खुल गया है।
  8. इस कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यालय की छात्र-छात्राओं ने देश के जाने-माने लेखकों-श्रीमती क्षमा शर्मा-कार्यकारी संपादक नंदन, श्रीमती सुरेखा पाणंदीकर एवं द्विजेन्द्र कुमार सम्पादकीय सहायक ‘ पाठक मंच बुलेटिन ' से उनकी लेखन प्रक्रिया, उपलब्धियों एवं उनकी रचनाओं के बारे में अनेक प्रश्न पूछकर अपनी ज्ञान-पिपासा को शान्त किया।
  9. इस तरह की प्रविष्टियों को ब्लॉग पर प्रस्तुत करने की पष्ठभूनि में मेरा यह प्रयास रहता है कि हिंदी साहित्याकाश के दैदीप्यमान प्रकाशस्तंभों का सामीप्य-बोध हम सबको अहर्निश मिलता रहे एवं हम सब इन साहित्यकारों की अनमोल कृतियों एवं उनके जीवन दर्शन की घनी छांव में अपनी साहित्यिक ज्ञान-पिपासा में अभिवृद्धि करते रहें।
  10. इस तरह की प्रविष्टियों को ब्लॉग पर प्रस्तुत करने की पष्ठभूनि में मेरा यह प्रयास रहता है कि हिंदी साहित्याकाश के दैदीप्यमान प्रकाशस्तंभों का सामीप्य-बोध हम सबको अहर्निश मिलता रहे एवं हम सब इन साहित्यकारों की अनमोल कृतियों एवं उनके जीवन दर्शन की घनी छांव में अपनी साहित्यिक ज्ञान-पिपासा में अभिवृद्धि करते रहें।
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