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कलईदार sentence in Hindi

pronunciation: [ kalaidar ]
कलईदार meaning in English

Examples

  1. इस घोल को कलईदार कड़ाही में डालकर आग पर कुछ गाढ़ा होने तक पकाएं और इसमें 50 ग्राम मुलहठी का चूर्ण मिलाकर आंच से उतारकर कांच के बर्तन में रख लें।
  2. हल्दी, घोघ, फूल प्रियंगु और मुलेठी को पानी में पीसकर लुगदी सी बना लें और पीछे कलईदार बर्तन में काले तिल का तेल और लुग्दी मिलाकर तेल पका लें।
  3. जिस औषधि का काढ़ा बनाना हो उसे दरदरा कूटकर मिट्टी के बर्तन में या कलईदार तांबे के बर्तन में, जिसके नीचे मिट्टी का लेप किया गया हो, औषधि से 16 गुना अधिक जल डालकर हल्की-हल्की आंच पर पका लें।
  4. नेत्रों की लाली-(1) ताजे आँवले के रस को कलईदार पात्र में भरकर पकावें | गाढ़ा होने पर लंबी-लंबी गोलियां बनाकर रखा ले | इसे पानी में घिसकर सलाई से लगाते रहने से नेत्रों की लालिमा दूर हो जाती है |
  5. या एलोवेरा का 1 / 2 किलो गूदा लेकर किसी साफ कपड़े से छान लें इसे कलईदार बर्तन में डालकर धीमी आंच पर पकाएं, जब यह अध पका हो जाए तब इसमें 15 ग्राम लाहौरी नमक का बारीक चूर्ण मिला दें तथा चम्मच से अच्छी तरह से घोट दें।
  6. 400 ग्राम बरगद के कोमल पत्ते और 200 ग्राम बहुफली को खूब शर्बत की तरह घोट-छानकर कलईदार बर्तन में पकायें, पकने पर जब यह गाढ़ा हो जाये तो इसे नीचे उतारकर इसमें थोड़ा वंशलोचन या इमली के बीजों की गिरी मिलाकर 125 से 300 मिलीग्राम की गोलियां बना लें।
  7. * ग्वारपाठे का 1 किलो गूदा लेकर किसी साफ कपड़े से छान लें फिर इसे किसी कलईदार बर्तन में डालकर धीमी आंच पर पकाएं, जब यह अधपका हो जाए तब इसमें 36 ग्राम लाहौरी नमक का बारीक चूर्ण मिला दें तथा स्टील के चम्मच से अच्छी तरह से घोट दें।
  8. अव्वल तो खीरी का वह लखौरी ईंटों का बना पुराने ढंग का मकान, जिसको आपका जी चाहे तो हवेली भी कह सकते हैं, और उसके दालान-सेहनचियां याद आते थे! और फिर आँगन की दीवार से लगा हुआ बेरी वह छतनार पेड़, जिसमें खट्टे-मीठे बेर लगा करते थे सुर्ख-पाले बेसनी बेरजिनको सुनसान दोपहरों में वह बारीक पिसे हुए नमक-मिर्च के साथ चटखारे ले-लेकर खाया करती थी और फिर ऊपर से कलईदार, नक्शदार कटोरे में भर-भरकर ठंडा पानी पिया करती थी।
  9. केश श्वेत हो जाने पर-ताजे आँवले उबाल, मथ, रस छानकर बचे गूदे में चतुर्थांश घी मिलाकर भून ले | भली प्रकार भून जाने पर उसमे सामान मात्रा में कुटी हुई मिश्री मिलाकर किसे कलईदार पात्र में या अम्रतावान में भर कर रखें | 20-20 ग्राम मात्रा सुबह-शाम मधु के साथ सेवन करके ऊपर से गाय का दूध पिए | शरीर पुष्ठ होकर असमय पके सफ़ेद बाल काले और चिकने हो जायेगें | यह बाजीकरण का बहुत अच्छा रसायन है |
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