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उल्झन sentence in Hindi

pronunciation: [ uljhan ]
उल्झन meaning in English

Examples

  1. कहते हैं किनज़रें वह सब कहती हैं जिसेज़बान नहीं कह सकती हैउल्फत का इज़हार हो याफिर दर्द की तस्वीरनज़र सब कुछ बयां कर देती हैकहते हैं किनज़रें वह सब सुन लेती हैंजो कान नहीं सुन सकते हैंप्यार का इक़रार हो याफिर उल्झन की तस्वीरनज़रें सब कुछ सुन लेती हैंइसी
  2. विवाहोपरांत ज्ञाति में ही विवाहित स्त्री पुरुष पर ज्ञाति का और सगे संबंधीओं का हंमेशा प्रभाव और दबाव रहता है, और कोई संघर्ष या अनबनी के प्रसंग पर नासमझी की उल्झन सुलझाना सरल और सुगम होता हैं, क्युं की ज्ञाति में दोनो पक्ष कहीं न कहीं जुडे होते है।
  3. प्रेषक: जो हन्टर आइये, आपको एक बार और मैं प्यार की रूहानी दुनिया में कुछ समय के लिये ले चलता हूँ, यहाँ आपको प्यारा नरम सा सेक्स भी मिलेगा, उत्तेजना भी मिलेगी, आपका लण्ड भी खड़ा होगा और आपसी रिश्तो की उल्झन भी नजर आयेगी...
  4. काकेश दा, कहानी के पुराने भाग तो तो पिछले कई दिनो से पढ रहे है लेकिन आज पता नही क्यू एक अजीब सी उल्झन हो रही है, ये कहानी इतनी दर्दनाक बन चुकी है, कि ओफिश मै भी पढते समय अपने आशुऔ को रोका नही जा रहा है..
  5. एक तरकीब है जीससे सुलझेगी काज़ी की उल्झन यदि मर्द औरत कि हो अच्छी दोस्त् तो घोषित करो के वें है दुल्हा-दुल्हन कुछ ऐसे कानुन भी लिखो के दुल्हन हो बडी परेसान दिखा दो उस औरत को पैसे पाने का सपना आसान ज़लदी ही ज़लदी में बना दो मर्द कि सखी को पाजी फ़िर तो भैया बस काज़ी राज़ी ही राज़ी
  6. वुद्धि यदि सतोगुणी नही है तो आपको सफलता व सांसारिक व्यवहार कुशलता तो मिल सकती है किन्तु साथ में उल्झन, दिखावा, तिकड़मवाजी, तनाव व छल-कपट भी प्रसाद रुप में प्राप्त होगें ही जवकि सदवुद्धि समझदारी, दायित्ववोध, सुकर्म, ईमानदारी, तत्वज्ञान, आध्यात्मिक शक्ति, मन की शक्ति, शान्ति और परमात्मा के प्रति प्रेम पाने की प्रेरणा भी देती है।
  7. उन का हिस्सा फूल चमन भर मेरी झोली में उल्झन भर दुनिया को फिर जलथल करना पहले आँखों का दामन भर चहकों पहकों बरसे आँसू बूँद नहीं टपकी सावन भर सोचो तो कौनैन की रौनक़ दिल की मामूली धढ़कन भर हमने रात सिमटती देखी एक लजाए हुए बदन भर पत्थर पत्थर पर लिक्खा है सारे शीश महल छन छन भर गहरे शे ' र मुज़फ़्फ़र, जैसे नागिन बिल से बाहर फन भर-13.
  8. “तुम” में है कोई अपने पहचान का, लगे जब कि कितना करीब मेरे है “इसकी” कहानी, लगे जब कि “वही” है मेरी सच,मेरी ही कहानी, हर शक्स की पहचान का “जिसमें” हो दर्शन, जीवन की उल्झन का “जिसमें” हो चित्रण, मनुष्य के भावों का “जिसमें” हो वर्णन, दिलो दिमाग पर “वो” एक असर छोड़ जाए, कुछ करे “वो” अपने युग का प्रतिनिधित्व, कुछ कहे “वो” आने वाले युग की कहानी, कुछ छाप छोड़ जाए “वो” बीते युग की,
  9. सुकून खुशियो की कगार पर खडा खडाकभी मन यू भी विचलित होता है कीये सारा सुख सारा सुकूनकही किसी पल एकाएक खो ना जाएगर्म रेगिस्तान मे बालु की तरहदुर कही उड्ता हुआ बिखर न जाएमगर ये सब खुशिया आपकी मेहनत की कमाइ हैआपके प्यार की सिचाई हैतो फ़िर सुकून आपसे परे कहा जाएमन जिनका इतना साफ़ होउनकी निश्चिन्तता की तो कोइ सीमा ही नहीहर उल्झन से अछुताहर खला से विभूतदुनियादारी मे तो सब माहिर हो जाते हैमगर प्यार, रिश्ते,:)
  10. किसलिए है? इसके जवाब अपने आप में पहेली से कम नहीं हैं, यह उल्झन शायद तब तक रहे जब तक धर्मनिरपेक्षता व अल्पसंख्यक शब्दों की परिभाषा नए सिरे से परिभाषित न कर दी जाए? यदि हम ऐसा नहीं करते हैं तो धर्मनिरपेक्षता का दुरुपयोग होते रहेगा, राजनैतिक लोग अपने अपने स्वार्थों व हितों के लिए अपने अपने ढंग से धर्मनिरपेक्षता को परिभाषित करते रहेंगे तथा देश का जनमानस कभी इधर तो कभी उधर मुंडी उठा-उठा कर देखता रहेगा।
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