×

हृद्रोग sentence in Hindi

pronunciation: [ hrdrog ]
हृद्रोग meaning in English

Examples

  1. फिर भी यह कहा जा सकता है कि हृद्रोग में लसीका का अवशोषण पूर्णतया न होने से वृक्करोग में, लसीका का निस्रवण (
  2. हृद्रोग में प्रथम पैरों पर सूजन, दिल में धड़कन, साँस की कठिनाई इत्यादि लक्षण मिलते हैं, और कुछ काल के पश्चात् जलोदर उत्पन्न होता है।
  3. वृक्कविकार में हृदयगत धमनी तनाव बढ़ने के कारण कोशिकाओं द्वारा होनेवाले अत्यधिक लसीका निस्रवण से जलशोथ उत्पन्न होता है और साथ साथ यदि हृद्रोग न हो तो शोथ सर्वप्रथम आँखों पर दिखाई देता है।
  4. जैसे आदमी को यह बताने की आवश्यकता होती है कि हृद्रोग से कैसे बचा जाए, इंटरनेट कैसे काम करता है, केमिस्ट्री में पॉलिमराइजेशन क्या होता है, भौतिकी का सापेक्षता सिद्धांत क्या है, इत्यादि ।
  5. ये लोग मानसिक रूप से भी अपने आपको कालान्तर में सम्भोग के अयोग्य समझने लगतेहैं किसी-किसी को डाक्टरों की सलाह से भी सम्भोग त्यागने पर विवश होना पड़ता हैजैसे हाई ब्लडप्रेशर एवं हृद्रोग अथवा क्षय के रोगी.
  6. जैसे आदमी को यह बताने की आवश्यकता होती है कि हृद्रोग से कैसे बचा जाए, इंटरनेट कैसे काम करता है, केमिस्ट्री में पॉलिमराइजेशन क्या होता है, भौतिकी का सापेक्षता सिद्धांत क्या है, इत्यादि ।
  7. उपचर्या के कितने ही उपविभाग भी हैं, उदाहरणार्थ, अस्पताल में चिकित्सा-प्रकार के अनुसार उपचर्या के ये विभाग हो जाते हैं-बालक की उपचर्या, हृद्रोग उपचर्या, अस्थिकर्म उपचर्या, क्षय उपचर्या, गर्भ विषयक उपचर्या, सामान्य औषधोपचारिक तथा शल्य चिकित्सकी उपचर्या, मस्तिष्क रोगों की उपचर्या, छूत के रोगों की उपचर्या इत्यादि।
  8. उपचर्या के कितने ही उपविभाग भी हैं, उदाहरणार्थ, अस्पताल में चिकित्सा-प्रकार के अनुसार उपचर्या के ये विभाग हो जाते हैं-बालक की उपचर्या, हृद्रोग उपचर्या, अस्थिकर्म उपचर्या, क्षय उपचर्या, गर्भ विषयक उपचर्या, सामान्य औषधोपचारिक तथा शल्य चिकित्सकी उपचर्या, मस्तिष्क रोगों की उपचर्या, छूत के रोगों की उपचर्या इत्यादि।
  9. पहले मेडिकल ट्रायाद के सिरों (एपेक्स) और त्रिभुज के आधारीय सिरों पर डायबिटीज़, हृद्रोग और हाई-पर-टेंशन बैठे थे यानी तीनों में से किसी इक कि ज़द में आ जाने पर बाकी दो से भी बचाव ज़रूरी हो जाता था अब इस तिकड़ी (त्रिकोण) में मोटापा भी आ जुड़ा है.
  10. बधाई के पात्र हैं डाक्टर ऐ. के. बिसोई (ह्रदय-वक्ष शल्य कर्मी, कार्दिओथोरासिक सर्जन) और उनकी पूरी टीम जिसमे शरीक रहें हैं-डाक्टर वी. के. पाल. (नवजात देखभाल के माहिर), एवं हृद्रोग विद, डाक्टर संदीप अग्रवाल (शिशु शल्य कर्मी), डाक्टर संदीप चौहान (चेतना हारी विद) ।
More:   Prev  Next


PC Version
हिंदी संस्करण


Copyright © 2023 WordTech Co.