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वीणावादक sentence in Hindi

pronunciation: [ vinavadak ]
वीणावादक meaning in English

Examples

  1. माधवनल, कामकंदला से प्रथम दृष्टि में ही मोहित हो गया था एवं कामकंदला भी योग् य वीणावादक को पहचान गई थी ।
  2. एक समय शाक्यमुनि ने अपनी कला के अभिमानी गन्धर्वराज प्रमुदित का दमन करने के लिए स्वयं को वीणावादक के रूप में प्रकट किया था।
  3. इसी तरह डूंगरपुर में भारत में शास्त्राीय संगीत को प्रोत्साहित करने वाली स्पीक मैके संस्था की शाखा स्थापित करवाई और वीणावादक सलिल भट्ट का कार्यक्रम आयोजित करवाया।
  4. कथा सरित्सागर लिखता है कि, उदयन को बताया गया था कि उसकी शिष्या कुबड़ी है और वासवदत्ता से कहा गया कि उसका वीणावादक गुरू कोढ़ी है।
  5. अश्व की अनुपस्थिति में तीन इष्टियाँ प्रति दिन सवितृदेव के निमित दी जाती थीं और ब्राह्मण तथा क्षत्रिय जाति के वीणावादक स्वरचित पद्य प्रति दिन राजा की स्तुति में वीणा बजाकर गाते थे।
  6. अश्व की अनुपस्थिति में तीन इष्टियाँ प्रति दिन सवितृदेव के निमित दी जाती थीं और ब्राह्मण तथा क्षत्रिय जाति के वीणावादक स्वरचित पद्य प्रति दिन राजा की स्तुति में वीणा बजाकर गाते थे।
  7. जो आए उनमें संगीत से ध्रुपद गायक उदय भवालकर, गायक सत्यशील देशपाँडे, वीणावादक वहादुद्दीन डागर, कथक कलाकर प्रेरणा श्रीमाली, चित्रकार अखिलेश, हर्षवर्धन, शीतल गट्टानी, विनीता गुप्त और मनीष पुष्कले, कवि अनामिका, उदयन वाजपेयी, सविता सिंह, तेजी ग्रोवर और असमिया कवि नीलिम कुमार थे।
  8. जि न संगीतकारों की याद में ये टि कट जारी कि ये गये हैं, वे हैं प्रसि द्ध नादस् वरम कलाकार टी एन राजरतनम पि ल् लई, जानी मानी नृत् यांगना टी बालासरस् वती और ख् याति प्राप् त वीणावादक वीना धनम् मल, जि नके वीणावादन प्रति भा ने समूची पीढ़ी को मंत्रमुग् ध कर दि या है।
  9. असाध्य वीणा में वीणावादक केशकम्बली के इन शब्दों पर ध्यान दें तो महसूस होता है कि यहां अज्ञेय का स्वर समर्पण की पराकाष्ठा पर पहुँच जाता है-' श्रेय नहीं कुछ मेरा-मैं तो डूब गया था स्वयं शून्य में वीणा के माध्यम से अपने को मैंने सब कुछ को सौंप दिया था सुना आपने जो वह मेरा नहीं, न वीणा का था वह तो सब कुछ थी, तथता थी महाशून्य, वह महामौन अविभाज्य अनाप्त, अद्रवित अप्रमेय जो शब्दहीन सबमें गाता है।
  10. असाध्य वीणा में वीणावादक केशकम्बली के इन शब्दों पर ध्यान दें तो महसूस होता है कि यहां अज्ञेय का स्वर समर्पण की पराकाष्ठा पर पहुँच जाता है-' श्रेय नहीं कुछ मेरा-मैं तो डूब गया था स्वयं शून्य में वीणा के माध्यम से अपने को मैंने सब कुछ को सौंप दिया था सुना आपने जो वह मेरा नहीं, न वीणा का था वह तो सब कुछ थी, तथता थी महाशून्य, वह महामौन अविभाज्य अनाप्त, अद्रवित अप्रमेय जो शब्दहीन सबमें गाता है।
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