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डर्मिस sentence in Hindi

pronunciation: [ darmis ]
डर्मिस meaning in English

Examples

  1. स्टीवेंस-जॉन्सन सिंड्रोम (एसजेएस) तथा टॉक्सिक एपीडर्मल नेक्रोलिसिस (टीईएन)[1] त्वचा को प्रभावित करने वाली प्राण-घातक स्थिति के दो प्रकार हैं जिसमें कोशिकाओं की मृत्यु के कारण एपीडर्मिस, डर्मिस से अलग होने लगती है.
  2. बाल या केश (Hair)-बाल (hair) बाह्य त्वचा के कठोर भाग का ही परिवर्तित (modified) रूप है, जो कि अन्तरत्वचा (डर्मिस) में अवस्थित रहते हैं।
  3. तो फिर क्या करें कि आपका चेहरा लंबे समय तक झुर्रियों से बचा और दमकता रह सके? उम्र बढ़ने के साथ-साथ नर्म-मुलायम एपिडर्मिस (त्वचा की ऊपरी परत) सिकुड़ जाती है और ठोस डर्मिस (अंदरुनी परत) जैली जैसी लचलची हो जाती है।
  4. इनमें भी बाह्य त्वचा की विभिन्न परतों कि कोशिकाओं के समान ही तन्त्रिका तन्तुओं (nerve fibres) का अभाव रहता है, लेकिन बाल का सम्बन्ध रक्तवाहिनियों और तन्त्रिका-तन्तुओं से, रोमकूप तथा जड़ के समीप वाले भाग से होता है, जो अन्तरत्वचा (डर्मिस) मे गहराई तक स्थित रहते हैं।
  5. अगर एलोवेरा युक्त क्रीम जिसके अंदर कम से कम 80 % एलो वेरा जेल है तो वो त्वचा के तीसरी सतह जिसको हाइपो डर्मिस कहा जाता है वहां जाकर वो अपना काम करेगा और उपरी त्वचा जिसे डर्मिस कहा जाता है जो रोज मरता है उसका स्थान निचे की सतह ले लेता है | अगर तीसरी सतह स्वास्थ्य और जवान होगा तो आपके त्वचा हमेशा जवान नजर आयेंगे |
  6. अगर एलोवेरा युक्त क्रीम जिसके अंदर कम से कम 80 % एलो वेरा जेल है तो वो त्वचा के तीसरी सतह जिसको हाइपो डर्मिस कहा जाता है वहां जाकर वो अपना काम करेगा और उपरी त्वचा जिसे डर्मिस कहा जाता है जो रोज मरता है उसका स्थान निचे की सतह ले लेता है | अगर तीसरी सतह स्वास्थ्य और जवान होगा तो आपके त्वचा हमेशा जवान नजर आयेंगे |
  7. आज एक बार फिर से बात करने जा रहा हूँ एलोवेरा के जेल पर | दरअसल हम चर्चा करेंगे कि एलो किस प्रकार बाहरी और आंतरिक रूप से काम करता है | एलो की अणुका (मोलेक्युलर) संरचना इतनी छोटी है की वह त्वचा की उपरी परतों के माध्यम से अंतिम परत तक पहुँच सकता है | सबसे उपरी परत एपिडर्मिस है उसके निचे डर्मिस और सबसे निचली परत हायपोडर्मिस है |
  8. > आज एक बार फिर से बात करने जा रहा हूँ एलोवेरा के जेल पर | दरअसल हम चर्चा करेंगे कि एलो किस प्रकार बाहरी और आंतरिक रूप से काम करता है | एलो की अणुका (मोलेक्युलर) संरचना इतनी छोटी है की वह त्वचा की उपरी परतों के माध्यम से अंतिम परत तक पहुँच सकता है | सबसे उपरी परत एपिडर्मिस है उसके निचे डर्मिस और सबसे निचली परत हायपोडर्मिस है |
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