सर्प्लस meaning in Hindi
[ serpels ] sound:
सर्प्लस sentence in Hindi
Meaning
विशेषण- साधारणतः जितना होना चाहिए या होता हो उससे अधिक:"मैं अपना अतिरिक्त वजन घटाने में असफल रही"
synonyms:अतिरिक्त, सरप्लस
- अधिक होने की अवस्था या भाव:"धन की अधिकता से वह घमंडी हो गया है"
synonyms:अधिकता, बहुलता, बाहुल्य, आधिक्य, भरमार, बहुतायत, बढ़ती, ज़्यादती, ज्यादती, अति, बाढ़, अतिरेक, अगाधता, अत्यंतता, अत्यन्तता, अधिकाई, शिद्दत, अधिशेष, अनंतता, अनन्तता, प्रकर्ष, असीमता, अफ़जूँ, अफजूँ, अमिति, अमिता, अमितता, पटलता, अहिलव, इफरात, इफ़रात, विभूति, सरप्लस - जितना होना चाहिए उससे अधिक मात्रा:"अनाज के अतिरिक्त भाग को निर्यात किया जाता है"
synonyms:अतिरिक्त भाग, अधिशेष, सरप्लस
Examples
More: Next- और यह बात रेवेन्यू डेफिसिट के रेवेन्यू सर्प्लस में बदलने से भी साबित होती है .
- जुलाई में यूरोजोन का ट्रेड सर्प्लस 17 . 3 अरब यूरो रहा , जो जून के मुकाबले ज्यादा है।
- प्रगतिशीलता का पेटेन्ट रखने वाले सोवियत संघ के विघटन के बाद से पूंजी , श्रम , सर्प्लस , बुजुर्वा आदि का प्रयोग करने से कतराते नजर आते हैं।
- प्रगतिशीलता का पेटेन्ट रखने वाले सोवियत संघ के विघटन के बाद से पूंजी , श्रम , सर्प्लस , बुजुर्वा आदि का प्रयोग करने से कतराते नजर आते हैं।
- अरे राजू भैया , यही सब ' जनवाद ' , ' प्रगतिशीलता ' , ' डायलेक्टिक मैटेरिआलिज्म ' , ' वर्ग संघर्ष ' , ' सर्प्लस पूंजी ' आदि की घुट्टी पिलाते हुए सोवियत संघ दुनिया के नक्षे से गायब हो गया।
- अरे राजू भैया , यही सब ' जनवाद ' , ' प्रगतिशीलता ' , ' डायलेक्टिक मैटेरिआलिज्म ' , ' वर्ग संघर्ष ' , ' सर्प्लस पूंजी ' आदि की घुट्टी पिलाते हुए सोवियत संघ दुनिया के नक्षे से गायब हो गया।
- अरे राजू भैया , यही सब ' जनवाद ' , ' प्रगतिशीलता ' , ' डायलेक्टिक मैटेरिआलिज्म ' , ' वर्ग संघर्ष ' , ' सर्प्लस पूंजी ' आदि की घुट्टी पिलाते हुए सोवियत संघ दुनिया के नक्षे से गायब हो गया।
- अरे राजू भैया , यही सब ' जनवाद ' , ' प्रगतिशीलता ' , ' डायलेक्टिक मैटेरिआलिज्म ' , ' वर्ग संघर्ष ' , ' सर्प्लस पूंजी ' आदि की घुट्टी पिलाते हुए सोवियत संघ दुनिया के नक्षे से गायब हो गया।
- विदेशी निवेश केयेम से कम 3 / 4 गुना बढ़ा और पिछले 10 साल मे विदेशी सर्प्लस 150 बिलैयन डॉलर के आंकड़े तक पहुँचा ? 4 . पहली बार भारत अपना कर्ज़ स्मय पर चुका पाया और चीन के सामने खड़े होने की हिम्मत जुटा पाया , आज भारत की अर्थ वयवस्था अगर विश्व मे कोई मायने रखती है तो उसका श्रेय किसे देंगे ? 5 .