शिववल्लभ meaning in Hindi
[ shivevlelbh ] sound:
शिववल्लभ sentence in Hindi
Meaning
संज्ञा- गर्म देशों में पाया जाने वाला एक बड़ा, सदाबहार पेड़ जिसके रसीले फल खाए या चूसे जाते हैं:"आम की लकड़ी का उपयोग साज-सज्जा की वस्तुएँ बनाने में किया जाता है"
synonyms:आम, आम वृक्ष, आंब, आँब, अंब, अम्ब, पिकप्रिय, पिकदेव, पिकबंधु, पिकबन्धु, पिकबंधुर, पिकबन्धुर, पिकराग, मधूली, च्यूत, माकंद, माकन्द, प्रियांबु, प्रियाम्बु, अमरपुष्प, अमरपुष्पक, मधुदूत, वसंतद्रु, वसंतद्रुम, वसन्तद्रु, वसन्तद्रुम, वसंतदूत, वसन्तदूत, वृद्धवाहन, अलिप्रिय, कामसखा, चूत, चूतक, कामशर, कामायुध, केशवायुध, कामांग, वनेजा, मध्यगंध, मध्यगन्ध, भृंगाभीष्ट
Examples
More: Next- श्री शिववल्लभ जी मानधन्या प्रधानमंत्री थे।
- तब से शिववल्लभ क्षेत्र का नाम गणमुक्तीश्वर पड़ गया .
- पिशाच बने शिवगणों ने शिववल्लभ क्षेत्र में आकर कार्तिक पूर्णिमा तक तपस्या की .
- यहां भगवान शिव के दर्शन से शापग्रस्त शिवगणों को पिशाच योनि से मुक्ति प्राप्त हुई थी , इसी कारण शिववल्लभ तीर्थ का नाम गणमुक्तीश्वर पड़ गया .
- उनकी प्रार्थना से प्रसन्न होकर दुर्वासा ने उनसे कहा - हे शिवगणो ! तुम हस्तिनापुर के निकट खाण्डव वन में स्थित शिववल्लभ क्षेत्र में जाकर तपस्या करो तो तुम भगवान आशुतोष की कृपा से पिशाच योनि से मुक्त हो जाओगे .
- शिवपुराण के अनुसार ' गढ़मुक्तेश्वर' का प्राचीन नाम 'शिववल्लभ' (शिव का प्रिय) है, किन्तु यहां भगवान मुक्तीश्वर (शिव) के दर्शन करने से अभिशप्त शिवगणों की पिशाच योनि से मुक्ति हुई थी, इसलिए इस तीर्थ का नाम 'गढ़मुक्तीश्वर' (गणों की मुक्ति करने वाले ईश्वर) विख्यात हो गया।
- शिवपुराण के अनुसार गढ़मुक्तेश्वर का प्राचीन नाम “ शिववल्लभ ” ( शिव का प्रिय ) है , किन्तु यहां भगवान मुक्तीश्वर ( शिव ) के दर्शन करने से अभिशप्त शिवगणों की पिशाच योनि से मुक्ति हुई थी , इसलिए इस तीर्थ का नाम “ गढ़मुक्तीश्वर ” ( गणों की मुक्ति करने वाले ईश्वर ) विख्यात हो गया .
- शिवपुराण के अनुसार ' गढ़मुक्तेश्वर ' का प्राचीन नाम ' शिववल्लभ ' ( शिव का प्रिय ) है , किन्तु यहां भगवान मुक्तीश्वर ( शिव ) के दर्शन करने से अभिशप्त शिवगणों की पिशाच योनि से मुक्ति हुई थी , इसलिए इस तीर्थ का नाम ' गढ़मुक्तीश्वर ' ( गणों की मुक्ति करने वाले ईश्वर ) विख्यात हो गया।
- शिवपुराण के अनुसार ' गढ़मुक्तेश्वर ' का प्राचीन नाम ' शिववल्लभ ' ( शिव का प्रिय ) है , किन्तु यहां भगवान मुक्तीश्वर ( शिव ) के दर्शन करने से अभिशप्त शिवगणों की पिशाच योनि से मुक्ति हुई थी , इसलिए इस तीर्थ का नाम ' गढ़मुक्तीश्वर ' ( गणों की मुक्ति करने वाले ईश्वर ) विख्यात हो गया।