पैठनी meaning in Hindi
[ paitheni ] sound:
पैठनी sentence in Hindi
Meaning
संज्ञा- एक प्रकार की साड़ी जो महाराष्ट्र के पैठन में बनाई जाती है:"पैठनी साड़ी बहुत मँहगी होती है"
synonyms:पैठनी साड़ी, पैठणी साड़ी, पैठणी
Examples
More: Next- एक सखि ने महाराष्ट्र की पैठनी साड़ियों के बारे में बताया कि इस पर सोने के तार से काम होता।
- एक सखि ने महाराष्ट्र की पैठनी साड़ियों के बारे में बताया कि इस पर सोने के तार से काम होता।
- इस क्षेत्र की एक अन्य विशेषता यहां की पैठनी साड़ियां हैं और ये भी रेशम और सोने के धागों से तैयार की जाती हैं।
- उसके जहन में यह शंका पैठनी चाहिए कि ऐसे क्या भगवान जो खुद न अपने को बचा सकें और न भक्तों को ? मगर उलटा हुआ है।
- सोमवार , 7 अप्रैल को प्रात. 6.32 बजे सूर्य को अर्घ्य देकर 50 फीट ऊँची इस गु़ड़ी को पैठनी की साड़ी, शक्कर की गठिया के हार व नीम की कोंपलों से सजाया जाएगा।
- और माँ का दिल जानता है की मै उसे कितना याद करूंगी जब वो लौट जायेगी . ... ! अपनी पैठनी साडियां कटवा रही हूँ उसके कुरते सीनेके लिए , कढाई करकेभी सिलवा राहीहूँ ...
- हमारे औरंगाबाद दर्शन के दुसरे दिन हमने एक ऑटो रिक्शा तय किया जिसने हमें घ्रश्नेश्वर तथा एलोरा की गुफाएं ( जिनका वर्णन मैं अपनी अगली पोस्ट में करूँगा ) घुमाकर लौटते समय रास्ते में खुलताबाद ( जो औरंगजेब का मकबरा तथा भद्र मारुती मंदिर के लिए प्रसिद्द है ) , दौलताबाद का किला , पैठन ( जो की पैठनी साड़ी के लिए प्रसिद्द है ) आदि के भी दर्शन कराये .
- इन स्टालों के माध्यम से छत्तीसगढ़ की प्रसिध्द कोसा साड़ियों के साथ ड्रेस मटेरियल , मध्यप्रदेश की चंदेरी और महेश्वरी साड़िया, महाराष्ट्रकी पैठनी साड़िया, गुजरात में निर्मित लहंगे, उत्तर प्रदेश की बनारसी साड़ियां, बिहार की भागलपुरी और खादी सिल्क, आसाम की प्रसिध्द मूंगा सिल्क, हरियाणा के फर्निशिंग वस्त्र और गलीचे, जम्मू कश्मीर के प्रसिध्द पशमीना शाल, राजस्थान की जयपुरी रजाई, पश्चिम बंगाल की कांथा और तांत साड़िया, पंजाब की कशीदाकारी पर आधारित कपड़े, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के प्रसिध्द हाथ करघा निर्मित वस्त्रों की बिकी की गई।
- इसमें छत्तीसगढ़ की प्रसिध्द कोसा साड़ियों के साथ डे्रस मटेरियल , मध्यप्रदेश की चंदेरी और महेश्वर की साड़ियां, महाराष्ट्र की पैठनी साड़ियां, गुजरात में निर्मित लहंगे, उत्तर प्रदेश की बनारसी साड़ियां, बिहार की भागलपुरी और खादी सिल्क, आसाम की प्रसिध्द मूंगा सिल्क, हरियाणा के फर्निंशिंग वस्त्र और गलीचे, जम्मू कश्मीर के प्रसिध्द पश्मीना शॉल, राजस्थान की जयपुरी रजाई, पश्चिम बंगाल से कांथा और तांत साड़ियां, पंजाब की कशीदाकारी पर आधारित कपड़े और हिमाचल प्रदेश तथा दिल्ली के प्रसिध्द हाथ करघा निर्मित कपड़े भी ग्राहकों को उपलब्ध होंगे।
- श्री मोहले ने कहा कि नेशनल हेण्डलूम एक्सपो 2010 में छत्तीसगढ़ की प्रसिध्द कोसा साड़ियों के साथ ड्रेस मटेरियल , मध्यप्रदेश की चंदेरी और महेश्वर की साड़िया, महाराष्ट्र की पैठनी साड़ियां, गुजरात में निर्मित लहंगे, उत्तरप्रदेश की बनारसी साड़ियां, बिहार की भागलपुरी और खादी सिल्क, आसाम की प्रसिध्द मूंगा सिल्क, हरियाणा के फर्निशिंग वस्त्र और गलीचे, जम्मू कश्मीर के प्रसिध्द पश्मीना शॉल, राजस्थान की जयपुर रजाई, पंश्चिम बंगाल से कांथा और तांत साड़िया, पंजाब की कशीदाकारी पर आधारित कपड़े एवं हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के प्रसिध्द हाथ करघा निर्मित कपड़ों के प्रदर्शन और विक्रय के लिए स्टाल लगाए गए है।