त्रिदिव meaning in Hindi
[ teridiv ] sound:
त्रिदिव sentence in Hindi
Meaning
संज्ञा- खुले स्थान में ऊपर की ओर दिखाई देने वाला खाली स्थान:"आकाश में काले बादल छाये हुए हैं"
synonyms:आकाश, आसमान, गगन, नभ, अंबर, व्योम, फलक, अम्बर, अगास, दिव, दिव्, ख, अभ्र, गैन, वियत, वियत्, समा, सोमधारा, वृजन, त्रिदशवर्त्म, नभस्थल, मेघद्वार, मेघवेश्म, अर्श, अविष, द्यु, असमान, महाविल, निर्मोक, महाशून्य, अंब, अम्ब, आसमाँ, आस्माँ, आस्मान, तारापथ, तारायण - वह अनुकूल और प्रिय अनुभव जिसके सदा होते रहने की कामना हो:"तृष्णा का त्याग कर दो तो सुख ही सुख है"
synonyms:सुख, चैन, आराम, अराम, ख़ुशहाली, खुशहाली, खुशाल, इशरत, आसाइश, राहत, क्षेम - हिंदुओं के अनुसार सात लोकों में से वह जिसमें पुण्य और सत्कर्म करने वालों की आत्माएँ जाकर निवास करती हैं:"मनुष्य के अच्छे कर्म उसे स्वर्ग ले जाते हैं"
synonyms:स्वर्ग, स्वर्ग लोक, अमर धाम, देवलोक, सुर लोक, जन्नत, बहिश्त, बिहिश्त, दिव, दिव्, सुरदेश, सुरधाम, सुरनगर, वीरमार्ग, स्वर्लोक, अमरलोक, अमर-लोक, अमरधाम, अमर-धाम, अमरपद, अमरपुर, अमरावती, अमरालय, धरुण, विवुधपुर, सोमधारा, त्रिदशालय, शुद्धावास, अमृतलोक, द्युलोक, द्यु-लोक, सुलोक, पुण्यलोक, ऋभुक्ष, त्रिनाक, अर्श, द्यु, शतधृति, आसमान, आसमाँ, आस्माँ, आस्मान, धाम, इड़ा, रपुर
Examples
More: Next- देख , त्रिदिव का भ्रम हरता है
- देख , त्रिदिव का भ्रम हरता है
- इसमें मुख्यमंत्री की भूमिका त्रिदिव घोष व ममता की भूमिका अभिनेत्री शताब्दी राय ने निभायी है।
- दल के अध्यक्ष डा . त्रिदिव बनर्जी ने बताया कि इस संबंध में रिपोर्ट मुख्य सचिव को सौंपी जाएगी।
- दल के अध्यक्ष डा . त्रिदिव बनर्जी ने बताया कि इस संबंध में रिपोर्ट मुख्य सचिव को सौंपी जाएगी।
- अबीर गुलाल एवं पुष्प वर्षा से मण्डफिया नगरी ने गोकुल का स्वरूप लिया चित्तौड़गढ़- मेवाड़ के प्रसिद्ध कृष्णधाम स्थित श्री सॉवलिया सेठ के त्रिदिव . ..
- अदालती फैसले के बाद गिल्ड के सचिव त्रिदिव चटर्जी से जब पूछा गया कि क्या मेले के लिए किसी वैकल्पिक स्थान की तलाश की गई है ?
- त्रिदिव ( स्वर्ग) धरती पर लाया जा रहा है तुमको सूचित हो समय की जंग लगने लग गई थी जिन कलमों को उन्हें रक्त से भिगोया जा रहा है तुमको सूचित हो
- एक राजनैतिक सांस्कृतिक कार्यकर्ता के रूप में वे हमेशा प्रतिबद्ध रहेंगे और वह भूखी पीढ़ी ( হাংরি আন্দোলন) के मलय राय चौधरी, सुबिमल बसाक, समीर रॉयचौधरी, त्रिदिव मित्रा और उस युग के अन्य दूसरे लेखकों से रिश्ता बनाए रखेंगे.
- एक स्वाद है त्रिदिव लोक मॅ , एक स्वाद वसुधा पर, कौन श्रेश्ठ है, कौन हीन, यह कहना बडा कठिन है, जो कामना खींच कर नर को सुरपुर ले जाती है, वही खींच लाती है मिट्टी पर अम्बर वालॉ को .