जिह्वामूलीय meaning in Hindi
[ jihevaamuliy ] sound:
जिह्वामूलीय sentence in Hindiजिह्वामूलीय meaning in English
Meaning
विशेषण- जिह्वा के मूल से संबंधित:"क,ख आदि जिह्वामूलीय वर्ण हैं"
Examples
More: Next- कोई कोई वैयाकरण कवर्ग मात्र को जिह्वामूलीय मानते हैं ।
- यानि ख़ जो जिह्वामूलीय कहलाता था ) -यह तब प्रयोग होता है जब श्वास विसर्ग अः क्रमशः अघोष ओष्ठ्य और
- प्राचीन वैदिक संस्कृत में ' ख़' की ध्वनि पाई जाती थी और इसे जिह्वामूलीय की श्रेणी में डाला जाता था।
- प्राचीन वैदिक संस्कृत में ' ख़' की ध्वनि पाई जाती थी और इसे जिह्वामूलीय की श्रेणी में डाला जाता था।
- जिह्वामूलीय ( सं . ) [ वि . ] 1 . ( वर्ण ) जिसका उच्चारण जिह्वा के मूल से किया जाता है 2 .
- जिनमें स्वरित , उदात्त , अनुदात्त , प्लुत , गुंकार , जिह्वामूलीय तथा विभिन्न प्रकार के अनुस्वार तथा अनुनासिक एवं विसर्ग आदि स्वर चिह्न प्रमुख हैं।
- जिनमें स्वरित , उदात्त , अनुदात्त , प्लुत , गुंकार , जिह्वामूलीय तथा विभिन्न प्रकार के अनुस्वार तथा अनुनासिक एवं विसर्ग आदि स्वर चिह्न प्रमुख हैं।
- विशेष-शिक्षा के अनुसार ऐसे वर्ण अयोगवाह होते हैं और वे संज्ञा में दो हैं / ?/ क और /?/ख । क और ख के पहले विसर्ग आने से जिह्वामूलीय हो जातै हैं ।
- नारद जी : मातृका क्या है ; उत्तर : मातृका 52 अक्षरों के होते है . प्रथम ॐ है .14 स्वर है .33 व्यजन है , अनुस्वार , विसर्ग , जिह्वामूलीय तथा उपध्मानीय . अ -कारज -ब्रह्म है . उ-कार - भगवान् विष्णु है .
- नारद जी : मातृका क्या है ; उत्तर : मातृका 52 अक्षरों के होते है . प्रथम ॐ है .14 स्वर है .33 व्यजन है , अनुस्वार , विसर्ग , जिह्वामूलीय तथा उपध्मानीय . अ -कारज -ब्रह्म है . उ-कार - भगवान् विष्णु है .