गणतन्त्रीय meaning in Hindi
[ ganetnetriy ] sound:
गणतन्त्रीय sentence in Hindi
Meaning
विशेषण- जो प्रजातंत्र के सिद्धांत के अनुसार हो:"भारत एक प्रजातंत्रीय देश है"
synonyms:प्रजातांत्रिक, प्रजातान्त्रिक, प्रजातंत्रात्मक, प्रजातन्त्रात्मक, जनतांत्रिक, जनतान्त्रिक, जनतंत्रात्मक, जनतन्त्रात्मक, लोकतंत्री, लोकतन्त्री, लोकतंत्रीय, लोकतन्त्रीय, लोकतांत्रिक, लोकतान्त्रिक, लोकतंत्रात्मक, लोकतन्त्रात्मक, प्रजातंत्रीय, प्रजातन्त्रीय, प्रजातंत्री, प्रजातन्त्री, जनतंत्री, जनतंत्रीय, जनतन्त्री, जनतन्त्रीय, गणतांत्रिक, गणतान्त्रिक, गणतंत्रात्मक, गणतन्त्रात्मक, गणतंत्रीय, गणतंत्री, गणतन्त्री, गणतंत्रिक, गणतन्त्रिक
Examples
More: Next- जन मानस को गणतन्त्रीय राष्ट्र की प्रकृति का बोध कराया जाता
- जन मानस को गणतन्त्रीय राष्ट्र की प्रकृति का बोध कराया जाता है।
- इसी मुकदमे में न्यायमूर्ति सीकरी ने अपनी सूची देते हुए कहा कि संविधान की सर्वोच्चता , उसकी गणतन्त्रीय व्यवस्था, पन्थ निरपेक्षता, राज्य के तीनों अंगों की शक्ति का पृथक्करण, संविधान का संघीय चरित्रा तथा नागरिकों का स्वतन्त्राता व प्रतिष्ठा का अधिकार, मूल ढांचे के अन्तर्गत शामिल हैं।
- इसी मुकदमे में न्यायमूर्ति सीकरी ने अपनी सूची देते हुए कहा कि संविधान की सर्वोच्चता , उसकी गणतन्त्रीय व्यवस्था , पन्थ निरपेक्षता , राज्य के तीनों अंगों की शक्ति का पृथक्करण , संविधान का संघीय चरित्रा तथा नागरिकों का स्वतन्त्राता व प्रतिष्ठा का अधिकार , मूल ढांचे के अन्तर्गत शामिल हैं।
- उन कुछ उदाहरणों की सूची को स्पष्ट करते हुए दोनों न्यायाधीशों ने कहा कि संविधान की सर्वोच्चता , सरकार की गणतन्त्रीय व्यवस्था, राष्ट्र की संप्रभुता, संविधान का संघीय तथा पन्थ निरपेक्ष स्वरूप, कार्यपालिका-विधायिका तथा न्यायपालिका के बीच शक्तियों का बंटवारा, मूलभूत अधिकारों से पराभूत मानवीय गरिमा की सुरक्षा, भाग चार में विर्णत समाज कल्याणकारी राज्य बनाने का संकल्प तथा भारत की एकता व अखण्डता संविधान के मूल ढांचे के कुछ उदाहरण हैं।
- उन कुछ उदाहरणों की सूची को स्पष्ट करते हुए दोनों न्यायाधीशों ने कहा कि संविधान की सर्वोच्चता , सरकार की गणतन्त्रीय व्यवस्था , राष्ट्र की संप्रभुता , संविधान का संघीय तथा पन्थ निरपेक्ष स्वरूप , कार्यपालिका-विधायिका तथा न्यायपालिका के बीच शक्तियों का बंटवारा , मूलभूत अधिकारों से पराभूत मानवीय गरिमा की सुरक्षा , भाग चार में विर्णत समाज कल्याणकारी राज्य बनाने का संकल्प तथा भारत की एकता व अखण्डता संविधान के मूल ढांचे के कुछ उदाहरण हैं।