आलान meaning in Hindi
[ aalaan ] sound:
आलान sentence in Hindi
Meaning
संज्ञा- वह वस्तु जिससे कुछ बाँधा जाए:"यशोदा ने कृष्ण को बंधन द्वारा ओखल से बाँध दिया था"
synonyms:बंधन, बन्धन, अनुबंध, अनुबन्ध, आबंध, आबन्ध, आबंधन, आबन्धन, बद्धी, अलान, अंदु, अन्दु, फंग, फग - हाथी को बाँधने का खूँटा:"हाथी अलान उखाड़कर भागने लगा"
synonyms:अलान - हाथी बाँधने की जंजीर:"यह अलान बहुत मोटा है"
synonyms:अलान, अर्गला, आंदू, आन्दू, अंदु, अन्दु
Examples
More: Next- कस या खस मसगेत ( महाशक) 'आलान'
- मध्यकाल में ओसेतियों के पूर्वजों को आलान बोला जाता था और उन्होने अपने राज का नाम आलानिया रखा था .
- जैसे घोड़ों के लिए अश्वशाला बन्धन है , हाथियों के लिए आलान बन्धन है और साँपों के लिए मंत्र बन्धन है , वैसे ही पुरुषों के लिए नारी बन्धन है।।
- एक छोटे से कंपायमान गोले की कल्पना करना आलान हो सकता है , जिसका व्यास समान रूप से घटता और बढ़ता है, सभी दिशाओं में समान रूप से ध्वनि तरंगें भेजते हुए, आवृत्ति से मुक्त.
- एक छोटे से कंपायमान गोले की कल्पना करना आलान हो सकता है , जिसका व्यास समान रूप से घटता और बढ़ता है, सभी दिशाओं में समान रूप से ध्वनि तरंगें भेजते हुए, आवृत्ति से मुक्त.
- मुनि जी , ललनारूपी आलान में ( हाथी को बाँधने के स्तम्भ में ) मदरूपी मोह से सोये जैसे मनुष्यरूपी हाथी परिपक्व ( अंकुश के पक्ष में कठोर ) शमरूपी अंकुश के प्रहारों से विवेक ( हाथी के पक्ष में जागरण ) को प्राप्त नहीं होते हैं।
- स्त्रीरूपी विशाल आलान में ( हाथी को बाँधने के खूँटे में ) रतिरूपी ( प्रेमरूपी ) जंजीर से बँधा हुआ मन रूपी मदोन्मत हाथी गूँगे के समान चुपचाप बैठा रहता है , अर्थात् असमर्थ होने के कारण अपने छुटकारे के लिए किसी उपाय का अवलम्बन नहीं कर सकता।।
- हाथियों के बन्धन-स्तम्भ के समान बाल्यावस्था अकारण क्रोध और रोदन से भीषण और दीनता से जर्जरित दशाओं में बन्धन है अर्थात जैसे अकारण क्रोध , रोदन आदि से भीषण और दीनता से जर्जरित अवस्थाओं में हाथी का बन्धनस्तम्भ ( आलान ) बन्धन होता है , वैसे ही अकारण क्रोध , रोदन आदि से भीषण और दैन्य से जर्जरित अवस्थाओं में प्राणियों का बाल्यकाल भी बन्धन ही है।।
- गज बन्धा आलान से तलवार बन्धी म्यान से लालची मोह से बन्धा साधु बन्धे ध्यान से गायक बन्धा गान से विद्या बन्धी विद्वान से बुरा बुराई से बन्धा गुणी बन्धा सम्मान से दानी बन्धा दान से अहंकारी बन्धा अपमान से सुन्दरी बन्धी श्रुंगार से राजा बन्धा शान से शराबी बन्धा मदिरापान से आत्मा बन्धी इंसान से इंसान बन्धा किससे ? इन्सान बन्धा भगवान से पंकज अवधिया ‘दर्द हिन्दुस्तानी' © सर्वाधिकार सुरक्षित स्कूल के दिनो मे लिखी कविता।