अष्टगन्ध meaning in Hindi
[ asetganedh ] sound:
अष्टगन्ध sentence in Hindi
Meaning
संज्ञाExamples
More: Next- यह अष्टगन्ध शैव सम्प्रदाय वालों को ही प्रिय होती है।
- यह अष्टगन्ध शाक्त व शैव दोनों सम्प्रदाय वालों को प्रिय है।
- सूर्य यंत्र को भोजपत्र पर अष्टगन्ध से लिखकर गले या दाहिने हाथ के बाजू पर धारण करना चाहिए।
- सूर्य यंत्र को भोजपत्र पर अष्टगन्ध से लिखकर गले या दाहिने हाथ के बाजू पर धारण करना चाहिए।
- वैष्णव अष्टगन्ध के रूप में इन आठ पदार्थ को मानते है-चन्दन , अगर, ह्रीवेर, कुष्ठ, कुंकुम, सेव्यका, जटामांसी, मुर।
- शास्त्रों में तीन प्रकार की अष्टगन्ध का वर्णन है , जोकि वैष्णवपंथ में पूजन के लिए उपयोग में लाए जाते हैं।
- अर्द्ध-रात्रि में स्नान करके लाल वस्त्र पहन कर , भोजपत्र पर अथवा ताम्रपत्र पर अष्टगन्ध की स्याही तथा अनार की या (
- कलावा , अगरबत्ती,एक साफ कपडा बीच बीच मे हाथ पोछने के लिए, देशी घी का दीपक, (चन्दन, केशर, कुम्कुम, अष्टगन्ध यह सभी तिलक के लिए))
- अन्य मत से अष्टगन्ध के रूप में निम्न आठ पदार्थों को भी मानते हैं-अगर , तगर , केशर , गौरोचन , कस्तूरी , कुंकुम , लालचन्दन , सफेद चन्दन।
- ' आइये जाने की क्या हें अष्टगंध तिलक एवं इसके लाभ तथा प्रभाव -दूसरे प्रकार की अष्टगन्ध में अधोलिखित आठ पदार्थ होते हैं-कुंकुम, अगर, कस्तुरी, चन्द्रभाग, त्रिपुरा, गोरोचन, तमाल, जल आदि।