अवच्छेद meaning in Hindi
[ avechechhed ] sound:
अवच्छेद sentence in Hindi
Meaning
संज्ञा- ग्रन्थ, पुस्तक आदि का खंड या विभाग जिसमें किसी विषय या उसके विशेष अंग का विवेचन हो:"आज प्रवचन के दौरान महात्माजी ने गीता के पाँचवे अध्याय की व्याख्या की"
synonyms:अध्याय, पाठ, परिच्छेद, अनुच्छेद, विच्छेद, आलोक, आश्वास, उच्छ्वास, समुल्लास - किसी घटना या विषय के मूल कारणों या रहस्यों का पता लगाने की क्रिया:"इस मामले की छानबीन उच्च अधिकारियों से कराई जायेगी"
synonyms:छानबीन, छान-बीन, जाँच-पड़ताल, जांच-पड़ताल, जाँच, परिवीक्षा, तफतीश, तहकीकात, जांच, अनुसंधान, अनुसन्धान, तफ़तीश, तहकीक, तहक़ीक़, तहक़ीकात, तफ़्तीश, तफ्तीश, आकलन, पर्येषणा - किसी प्रदेश या स्थान के चारों ओर के विस्तार का अंतिम स्थान या रेखा:"भारतीय सीमा पर जवान डटे हुए हैं"
synonyms:सीमा, हद, सरहद, बाउंड्री, बाउन्ड्री, हद्द, दायरा, परिमिति, अवसान, इयत्ता, पालि, संधान, सिवान - अलग होने की क्रिया, अवस्था या भाव:"विवाह के पश्चात ही उसे अलगाव का दुःख झेलना पड़ा"
synonyms:अलगाव, पृथकता, जुदाई, पार्थक्य, फर्क, फरक, फ़र्क़, फ़रक़, अप्रसंग, व्यवच्छेद, अलगावा, विलगाव, विच्छेद, पृथककरण, अवलेखन, असंपर्क, असम्पर्क, असंसर्ग, फिराक, फ़िराक़ - किसी भी वस्तु का ठोस टुकड़ा:"यह मंदिर पत्थर के बड़े-बड़े टुकड़ों से बना है"
synonyms:खंड, खण्ड, टुकड़ा, व्यवच्छेद, परखचा, परखच्चा - संगीत संबंधी मृदंग के बारह प्रबंधों में से एक प्रबंध:"मृदंगवादक अवच्छेद के बारे में बता रहा है"
Examples
- सिर्फ़ अविद्या का अवच्छेद नष्ट हो जाता है।
- महर्षि पतंजलि ने प्राणायाम को परिभाषित करते हुए कहा है कि - ‘ आसन की सिद्धि के अनंतर श्वास - प्रश्वास की गति का अवच्छेद हो जाना ही प्राणायाम है ' .
- प्रतिविम्बवाद ( the theory of reflection ) (( चन्द्रमा के प्रतिविम्ब का रूपक )) २ . अवच्छेद वाद ( the theory of limitation ) (( उपरोक्त वर्णित घटा काश , मठाकाश का रूपक )) का आश्रय लिया इनमे यह बताया गया है कि जीव सीमित होने के वावजूद ब्रम्ह से अभिन्न है .
- प्रतिविम्बवाद ( the theory of reflection ) (( चन्द्रमा के प्रतिविम्ब का रूपक )) २ . अवच्छेद वाद ( the theory of limitation ) (( उपरोक्त वर्णित घटा काश , मठाकाश का रूपक )) का आश्रय लिया इनमे यह बताया गया है कि जीव सीमित होने के वावजूद ब्रम्ह से अभिन्न है .
- साधक का क्षण-क्षण उत्सव में परिवर्तित करने वाले ईश्वर तत्व का गुह्य रहस्य स्पष्ट करते हुए महॢष पतंजलि अपने अगले सूत्र में कहते हैं- पूर्वेषामपि गुरुः कालेनानवच्छेदात्॥ १ / २ ६ ॥ शब्दार्थ - ( वह ईश्वर सबके ) पूर्वेषाम् = पूर्वजों का ; अपि = भी ; गुरुः = गुरु है ; कालेन अनवच्छेदात् = क्योंकि उसका काल से अवच्छेद नहीं है।