अपृथक meaning in Hindi
[ aperithek ] sound:
अपृथक sentence in Hindi
Meaning
विशेषणExamples
More: Next- और यह दर्शनशास्त्र वास्तव में सहित्य से अपृथक किन्तु सहित्य के उच्चतर
- [ 6 ] ब्रह्म से पृथक या अपृथक कोई अन्य वस्तु नहीं है।
- आचार्य निम्बार्क के अनुसार ब्रह्म जीव और जगत से पृथक भी है और अपृथक भी।
- परिणाम के रूप में वे पृथक हैं , किन्तु स्वरूप में अन्तर न होने के कारण वे ब्रह्म से अपृथक भी हैं।
- ( 2) हे वृषभान नंदिनी ! लोग कहते हैं आप और वो एक ही हैं एक दूसरे में समाये हुए अपृथक ऐसा है तो आप को तो सब पता ही होगा न मुझ पर करुणा कर माँ एक बार ...बस एक बार बोल उनको निहार लें उसी बांकी चितवन से जिससे नज़रें मिलने के बाद और सब कुछ भूल जाता है फिर !
- अथवा जो अज्ञात होने के कारण मुमुक्षुओं की जिज्ञासा का विषय है , सम्पूर्ण लोगों को जिसका आत्मरूप से प्रत्यक्ष है , वह ब्रह्म वाचक शब्दसमूह और उससे प्रकाशित होने वाले अर्थसमूह से ' त्रयं वा इदं नाम रूपं कर्म ' ( नाम , रूप और कर्म ये तीन ) इत्यादि श्रुति में प्रदर्शि द्वैतप्रपंच से अपृथक अपने को देखता हुआ अपने में स्वप्न की नाईं , बन्धन , शोक मोह आदि से दुःखी प्रतीत होता है।