अनुष्ण meaning in Hindi
[ anusen ] sound:
अनुष्ण sentence in Hindi
Meaning
विशेषणExamples
More: Next- वायु का स्पर्श अनुष्ण , अशीत तथा अपाकज होने के कारण पृथ्वी आदि के स्पर्श से भिन्न होता है।
- जिससे गंध हो वह “पृथ्वी” , जिसमें शीत स्पर्श हो वह “जल” जिसमें उष्ण स्पर्श हो वह “तेजस्”, जिनमें रूप न हो तथा अग्नि के संयोग से उत्पन्न न होनेवाला, अनुष्ण और अशीत स्पर्श हो, वह “वायु”, तथा शब्द जिसका गुण हो अर्थात् शब्द का जो समवायिकरण हो, वह “आकाश” है।
- जिससे गंध हो वह “पृथ्वी” , जिसमें शीत स्पर्श हो वह “जल” जिसमें उष्ण स्पर्श हो वह “तेजस्”, जिनमें रूप न हो तथा अग्नि के संयोग से उत्पन्न न होने वाला, अनुष्ण और अशीत स्पर्श हो, वह “वायु”, तथा शब्द जिसका गुण हो अर्थात् शब्द का जो समवायीकरण हो, वह “आकाश” है।
- जिससे गंध हो वह “ पृथ्वी ” , जिसमें शीत स्पर्श हो वह “ जल ” जिसमें उष्ण स्पर्श हो वह “ तेजस् ” , जिनमें रूप न हो तथा अग्नि के संयोग से उत्पन्न न होने वाला , अनुष्ण और अशीत स्पर्श हो , वह “ वायु ” , तथा शब्द जिसका गुण हो अर्थात् शब्द का जो समवायीकरण हो , वह “ आकाश ” है।
- जिससे गंध हो वह “ पृथ्वी ” , जिसमें शीत स्पर्श हो वह “ जल ” जिसमें उष्ण स्पर्श हो वह “ तेजस् ” , जिनमें रूप न हो तथा अग्नि के संयोग से उत्पन्न न होने वाला , अनुष्ण और अशीत स्पर्श हो , वह “ वायु ” , तथा शब्द जिसका गुण हो अर्थात् शब्द का जो समवायीकरण हो , वह “ आकाश ” है।
- नींबू अनुष्ण अर्थात न अति उष्ण है , न अति शीत | यह उत्तम जठराग्निवर्धक , पित्त व वातशामक , रक्त , ह्रदय व यकृत की शुद्धि करनेवाला , कृमिनाशक तथा पेट के लिए हितकारी है | ह्रदयरोगों को ठीक करने में यह अंगूर से भी अधिक गुणकारी सिद्ध हुआ है | इसमें प्रचुर मात्रा में उपलब्ध विटामिन ‘ सी ' शरीर की रोगप्रतिकारक शक्ति को बढाता है |