अगतिक meaning in Hindi
[ agatik ] sound:
अगतिक sentence in Hindi
Meaning
विशेषण- जो चल न सके या जिसमें गति न हो:"वनस्पतियाँ सजीव होते हुए भी अचल हैं"
synonyms:अचल, स्थिर, स्थावर, गतिहीन, अचर, निश्चल, खड़ा, कायम, थिर, अडोल, अग, अविचल, अविचलित, अनपायी, अनपाय, अपेल, अलोल, निरीह, विभु - बिना आवास का या जिसके पास आवास न हो:"सरयू में आयी भीषण बाढ़ ने हजारो लोगों को बेघर कर दिया"
synonyms:बेघर, आवासहीन, आश्रयहीन, गृहहीन, गृहविहीन, बेघरबार, बेघर-बार, अगेह, अनिकेत, अमहल, अशर्म - जिसका श्राद्ध-कर्म रीति अनुसार या ठीक से न किया गया हो:"अगतिक आत्मा भटकती रहती है"
synonyms:अगति
Examples
More: Next- अगतिक गति और आपद्धर्म कहलाते हैं जिनका वाडवों ( ब्राह्मणों) ने साम्प्रतिक
- हैं” इसलिए मनुजी उस कृषि को निन्दित और अगतिक गति ठहराते हुए केवल आपत्ति
- न कि हीनता के ? इस आख्यान से यह भी स्पष्ट हैं कि दान लेना प्रभृति अगतिक
- मिरगी , आंशिक शुरुआत बरामदगी, सामान्यीकृत शुरुआत बरामदगी, स्टेटस एपीलेप्टीकस, पेट मिरगी, अगतिक बरामदगी, ऑटो आर्थिक बरामदगी, असीम द्विपक्षीय पेशी अवमोटन, कैटामीनियल मिरगी, ड्रॉप बरामदगी, भावनात्मक बरामदगी, फोकल दौरे,
- इस प्रभाव को , फलों की पैकिंग एक पॉलीइथीलेन बैग में करके और एक शोषक ईथीलीन, पोटेशियम परमैगनैट को एक अगतिक वाहक के साथ शामिल कर के किया जा सकता है.
- इस प्रभाव को , फलों की पैकिंग एक पॉलीइथीलेन बैग में करके और एक शोषक ईथीलीन, पोटेशियम परमैगनैट को एक अगतिक वाहक के साथ शामिल कर के किया जा सकता है.
- इसीलिए याजनादि अगतिक गति और आपद्धर्म कहलाते हैं जिनका वाडवों ( ब्राह्मणों ) ने साम्प्रतिक पश्चिम , त्यागी , महियाल , भूमिहार ब्राह्मणों की तरह सर्वथा परित्याग या निरादर किया था।
- कुछ टिपिकल आयातित शब्द हैं - रहिवासी , अगतिक , कोनशिला , अभंग , प्रभुत्व , अशरण , तंबू , खंदक , नारसिंह , कलंदर , अनागर , अंबारी , राजीनामा , हिंदीकरण , भाकरम् , कणा , चित्पावन।
- कुछ टिपिकल आयातित शब्द हैं - रहिवासी , अगतिक , कोनशिला , अभंग , प्रभुत्व , अशरण , तंबू , खंदक , नारसिंह , कलंदर , अनागर , अंबारी , राजीनामा , हिंदीकरण , भाकरम् , कणा , चित्पावन।
- परन्तु कोई ऐसा न विचार ले , जैसा कि आजकल के बहुतेरे नवशिक्षितों का विचार हो रहा हैं , कि सर्वदा ही अपने हाथ से ब्राह्मण को हल जोतने में कोई हर्ज नहीं हैं ” इसलिए मनुजी उस कृषि को निन्दित और अगतिक गति ठहराते हुए केवल आपत्ति में ही उसे करने की आज्ञा देते हैं।